नितीश कुमार ने किया एलान बिहार में शराबबंदी के बाद अब दहेजबंदी की बारी
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा शुरू किए गए चम्पारण सत्याग्रह के 100 साल पूरे होने पर आयोजित चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सामाजिक सुधार को लेकर बड़े कदम उठाने की बात कही है। शराबबंदी के सफलतम एक साल से गदगद नीतीश ने कहा कि सामाजिक कुरीतियां दूर करना हमारे सरकार की जिम्मेदारी है। शराबबंदी के बाद अब दहेज प्रथा और बाल विवाह पर हल्ला बोलने के लिए बिहार सरकार ने कमर कस ली है।
समारोह का 10 अप्रैल को उद्घाटन करते हुए पटना के सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर के ज्ञान भवन में उन्होंने कहा कि बिहार आज देश को सामाजिक बुराइयों से लड़ने के लिए प्रेरित कर रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार ने शराबबंदी लागू कर न सिर्फ एक नई मिसाल पेश की है बल्कि सच्चे मायने में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब राज्य में दहेजबंदी लागू की जाएगी। सरकार दहेजबंदी और बाल विवाह को रोकने के लिए नया कानून बनाने की दिशा में काम कर रही है।
महात्मा गांधी के विचारों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी के बाद नशामुक्ति की दिशा में भी उनकी सरकार काम कर रही है। इस दौरान नीतीश ने साइकिल योजना की भी तारीफ की और कहा कि यह सामाजिक बदलाव लाने में सफल रहा है। सीएम ने कहा कि बापू के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए सरकार गांधी जी पर लघु फिल्म बनवाएगी और उसे राज्यभर के गांवों में दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्यभर के स्कूलों में प्रार्थना के बाद गांधी जी से जुड़े किसी प्रसंग को बच्चों को सुनाने की योजना पर भी काम चल रहा है। नीतीश कुमार ने गंगा की दुर्दशा पर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि जब देश की राष्ट्रीय नदी गंगा का यह हाल है तो देश के अन्य नदियों का मर्म समझा जा सकता है।
यह समारोह एक साल तक चलेगा और 20 अप्रैल 2018 को इसका समापन होगा। राज्य सरकार के इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी आने वाले हैं। आज समारोह में महात्मा गांधी के पोते और पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी, चंद्रशेखर धर्माधिकारी, राजेन्द्र सच्चर, मेधा पाटेकर, टी सुब्बाराव समेत कई सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे।