गोपालगंज में असहाय कुष्ठ रोगी तिरस्कार के कारण अपनी ही भूमि से बेदखल,आमरण अनशन पर मजबूर
गोपालगंज जिले के विजयीपुर थानान्तर्गत आने वाले चौमुखा गाँव के निवासी रामअवतार मल्लाह अपनी ही जमीन से बेदखल हो गए है .ये एक कुष्ठ रोगी है जिससे इन्हें हमेशा तिरस्कार का जीवन जीने पर मजबूर होना पड़ रहा है किसी तरीके से भीख मांगकर यह अपने जीवन का भरण पोषण करते थे किन्तु अपनी बीमारी का इलाज करने के लिए जब इन्हें पैसे की आवश्यकता पडी तो ये अपने पूर्वज से मिले जमीन की तरफ देखे जिसका रकबा करीब 3 कट्ठा 13 धुर है . परन्तु यहाँ इन सभी जमीनों पर इनके पट्टीदारो ने अवैध कब्ज़ा जमा लिया था.
रामावतार मल्लाह के अनुसार उनके बाबा सोमारी मल्लाह के बख्शिशनामा के अनुसार उन्हें अपने खाता संख्या 119, खेसरा संख्या 1080 में 1 कट्ठा 4 धुर , खेसरा संख्या 804 में 2 कट्ठा 9 धुर इनका हिस्सा है. कुष्ठ रोगी होने के कारण शुरू से ही इनके पट्टीदारो ने इनका तिरस्कार किया और इन्हें घर से निकाल दिया . घर से बाहर रहने से इन्हें कोई औलाद नहीं हुआ और इनके जमीन पर भी अवैध कब्जा जमा लिया गया. इनका आरोप है की लालजी यादव् पुत्र – भृगुरासन यादव , गरीब मल्लाह पिता –सुराती मल्लाह ने खेसरा संख्या 804 पर और कबिलास मल्लाह पिता –चंद्रदेव मल्लाह , मोहन मल्लाह पिता – भूखल मल्लाह ने खेसरा संख्या 1080 पर जबरन दखल कर लिया है .ये इसकी शिकायत लेकर अंचलाधिकारी के पास भी गए थे परन्तु वे कारवाई करने के बजाय इन्हें वहां से डांटकर भगा दिया .अंत में ये अपने बीमारी से तंग आकर अपने इलाज के अपनी भूमि पर अधिकार पाने के लिए जिलाधिकारी के कार्यालय के सामने अपने प्राण को त्यागने पर मजबूर है .
इन्होने इसके लिए अपनी प्रतिलिपि मुक्यमंत्री सहित माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को भी भेजा है ताकि इन्हें न्याय मिल सके . अब देखना है की इन्हें अपनी जमीन मिलती है की ते अपने प्राण को त्यागते है . प्रशासन से अपील है इस असहाय की जो भी मदद हो सके दिलायी जाए जिससे ये अपनी बीमारी से निजात पा सके और इस गरीब का भला हो सके .