शिवहर में झोला छाप डॉक्टर ने आठ वर्षीय लड़की को बनाया दिव्यांग
शिवहर जिले के पिपराही थाना के मीनापुर बलहा गांव के आठ वर्षीय लड़की का हाँथ टुट गया था। मीनापुर बलहा गांव की आशा मिना देवी उस लड़की के मां के साथ इलाज के लिए शिवहर बुला कर ले आई। उस लड़की की मां बहुत गरीब है और विधवा भी है। वह अपनी परवरिस बहुत मुश्किल से मजदूरी करके करती है। आशा ने किसी झोलाछाप डॉक्टर से उस लड़की का प्लास्टर करवाया जो शिवहर के डॉक्टर आर० के० सिहं हड्डी विशेषज्ञ के नाम पर इलाज कराया गया। उस लड़की की हाँथ टेढ़ी हो गई है जिसके कारण वह दिव्यांग हो गई हैं ।डॉक्टर आर० के० सिहं ने बताया कि मैं इस लड़की का इलाज नहीं किया हूँ। इस लड़की को पहचानता भी नहीं हूँ। उन्होंने बताया कि इसके इलाज में लगभग पच्चिस हजार से ऊपर का खर्च आएगा। यह गरीब महिला इतना पैसा कहाँ से लाएगी। डॉ० श्री सिंह ने बताया कि यदि जिला प्रसाशन उस झोला छाप डॉक्टर के खिलाप कार्यवाई करे तो मैं इस लड़की का इलाज मुफ़्त में करूँगा, क्योंकि शिवहर जिले में ऑपरेशन से लेकर बहुत बड़ी-बड़ी बीमारी का इलाज ऐसे झोला छाप डॉक्टर करते हैं जिसके पास कोई डिग्री ही नहीं है। बहुत बड़े बोर्ड डॉक्टर के नाम से लगाया गया है जो फर्जी और गरीब मरीज यहाँ आकर फस जाते हैं और उनका सोशन होता है। पर अच्छे डॉक्टर से इलाज नहीं करा पाते है। जबकि सरकारी अस्पताल में इसके इलाज का सुविधा है। खासकर गाँव से आशा बहला फुसलाकर मरीज को लाकर झोला छाप डॉक्टर से इलाज करवा देती है जहाँ मरीज से मोटी रकम वसुल की जाती है। जिसमें से आशा को मोटी कमीशन भी मिलती है। इसकी जांच हो तो शिवहर में बहुत ऐसे डॉक्टर है जिसके पास कोई डिग्री नहीं है और इलाज करते हैं। भगवान ही इस मरीज को रक्षा करेंगे। कोई सुनने वाला नहीं है। वही मरीज कहती है कि जब झोला छाप डॉक्टर द्वारा मरीज का सही इलाज नहीं हो पाता है तो इसका शिकायत किसके पास लेकर जाऐ? मुझ गरीब का कौन सुनेगा। सिविल सर्जन विशंभर ठाकुर का कहना है कि अभी तक मेरे पास इसका कोई भी शिकायत नहीं आया है। अगर शिकायत मिलेगी तो जल्द ऐसे डॉक्टर पर करवाई किया जायेगा।