गोपालगंज

गोपालगंज: टीकाकर्मियों ने हर-घर में दी दस्तक, खेतो में काम करने वाले लोगों ने भी लिया रक्षा कवच

गोपालगंज: एक समय यह भी था कि कोविड टीका लेने के लिए लंबी-लंबी कतारें लगती थी। लोग सुबह हीं घर से निकल कर लाइन में लग जाते थे। वैक्सीन की कमी भी लोगों को झेलनी पड़ती थी। यहां तक कि वैक्सीन के लिए मारपीट भी हो जाती थी। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की पहल ने टीकाकरण अभियान की तस्वीर को हीं बदल कर रखा दी है। टीकाकरण के शत-प्रतिशत लक्ष्य को हासिल करने के लिए विभाग के द्वारा नयी -नयी पहल की जा रही है। मंगलवार को जिले में हर घर दस्तक अभियान की शुरुआत की गयी। जिसके तहत स्वास्थ्य कर्मियों ने घर-घर जाकर टीकाकरण से वंचित लोगों को वैक्सीन लगायी । इसके साथ चिमनी भट्‌टा पर कार्य करने वाले मजदूरों, खेत-खलिहानों में किसानों को भी जीवन रक्षा की डोज दी गयी। हर-घर दस्तक अभियान शुरू होने से लोगों को काफी सहूलियत हो रही है। जो लोग भीड़ देखकर टीकाकरण केंद्रों पर जाने से कतराते थे वह लोग भी अब अपने घर पर हीं टीकाकरण करा रहे हैं। शरीरिक रूप से असमर्थ व्यक्तियों को भी आसानी से घर पर हीं टीकाकरण किया गया।

इनकार करने वालों को समझाकर दिया गया टीका: डीआईओ डॉ शक्ति कुमार सिंह कहा कि इस अभियान के दौरान जिले के कई क्षेत्रों में वैक्सीन लेने से इनकार करने वाले लोगों को भी स्वास्थ्यकर्मियों और सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के प्रयास से समझा-बुझाकर टीकाकरण किया गया। लोगों को टीकाकरण के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। जिसके बाद लोगों ने आसानी से अपना टीकाकरण कराया तथा एक-दूसरे को भी प्रेरित करने की बात कहीं। माइक्रोप्लान के अनुसार मोटरसाइकिल टीम के द्वारा घर-घर जाकर हर व्यक्ति को टीका दिया जा रहा है। ताकि कोरोना जैसी गंभीर बीमारी से लोगों को सुरक्षित किया जा सके।

जिला एवं प्रखंड स्तर पर बनाया गया कंट्रोल रूम: डीपीएम धीरज कुमार ने बताया कि हर घर दस्तक अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर जिला एवं प्रखंड स्तर पर कंट्रोल रूम स्थपित किया गया है। कंट्रोल रूम के माध्यम से टीकाकरण की पल-पल की जानकारी ली जा रही है। इसके साथ जिला एवं प्रखंड स्तर पर सघन अनुश्रवण भी किया जा रहा है। कार्य का सभी स्तर पर सघन पर्यवेक्षण एवं अनुश्रवण किया जा रहा है। इस हेतु जिला से लेकर स्थानीय स्तर तक अनुश्रवण टीम का गठन कर कार्य का अनुभवण सुनिश्चित किया गया है। प्रत्येक मोबाइल टीम को मोटरसाइकिल में पेट्रोल के लिए वाहन चालक को प्रतिदिन रु० 200/- देय होगा तथा सुपरवाइज़र को 200/- रु० प्रतिदिन प्रोत्साहन राशि के साथ-साथ पेट्रोल के लिए भी प्रतिदिन 200/- रु0 देय होगा।

टीकाकर्मियों के द्वारा घरों की हो रही है मार्किंग: हर घर दस्तक टीम के घर की मार्किंग भी की जा रही है। यदि घर के सभी सदस्यों के द्वारा प्रथम खुराक ले ली गयी है तो C1P, यदि किसी सदस्य के द्वारा प्रथम खुराक नहीं ली गयी है तो C1X, यदि घर के सभी सदस्यों के द्वारा दोनों खुराक ले ली गयी है तो C2P, यदि घर के किसी भी एक या एक से अधिक सदस्य के द्वारा दूसरी खुराक नहीं ली गयी है तो C2X मार्किंग की जा रही है।

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