गोपालगंज: बेटी की हुई कोरोना से मौत, लाचार बाप ठेला पर दाह संस्कार के लिए ले गया बेटी का शव
गोपालगंज में सिस्टम का दोष एक बार फिर सामने आया है। यहां पर एक गरीब लाचार और बेबस पिता अपनी बेटी के शव को ठेले पर लाद कर ले गया। कई किलोमीटर चलने के बाद बेटी के शव का अंतिम संस्कार किया गया। मामला बरौली के वार्ड नंबर 6 का है। पीड़ित पिता का नाम परशुराम प्रसाद है। वे बरौली नगर पंचायत के वार्ड नंबर 6 में किराए के मकान में रहते हैं। परशुराम प्रसाद सिवान के मैरवा के रहने वाले हैं। और बरौली में रहकर शादी समारोह में लोगों के घरों में जाकर खाना बनाने का काम करते थे।
बताया जाता है कि परशुराम प्रसाद की 17 वर्षीय बेटी काजल कुमारी कई दिनों से बुखार से पीड़ित थी। जिसे गंभीर हालत में रविवार को सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था। लेकिन यहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजन शव को वापस बरौली ले गए। लेकिन पीड़ित पिता के पास अपनी बेटी की अंतिम संस्कार के लिए पैसे नहीं थे। जिसके बाद स्थानीय लोगों और पत्रकारों की मदद से चंदा इकट्ठा कर पैसे का जुगाड़ किया गया। फिर पीड़ित पिता ने ठेले पर लादकर अपनी बेटी के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए।
स्थानीय लोगों के मुताबिक परशुराम प्रसाद के 14 वर्षीय बेटे मनीष कुमार की भी बीमारी से मौत हो गई थी। बताया जाता है कि उसकी मौत भी कोरोना संक्रमण से बीते 8 जून को हो गयी थी। उनके बेटे को बुखार हुआ था और इसके बाद उसकी मौत हो गई। और कल रविवार को भी उनकी बेटी की इलाज के दौरान मौत हो गई।
स्थानीय चिकित्सकों के मुताबिक मृतका काजल कुमारी का ऑक्सीजन लेवल 62 था। जिसकी वजह से दम घुटने से मौत हुई है।
बहरहाल सिस्टम का दोष सबके सामने है और लाचार पिता ठेले पर लादकर अपने बेटे के शव को अंतिम संस्कार के लेकर चला गया। सिस्टम और स्थानीय जनप्रतिनिधि सिर्फ मूकदर्शक बने रहे।