गोपालगंज

गोपालगंज: वाल्मीकि नगर बैराज द्वारा गंडक नदी में पानी छोड़े जाने से डीएम ने अलर्ट किया जारी

गोपालगंज: नेपाल के पहाड़ों पर मूसलाधार बारिश होने से गुरुवार को अचानक गंडक नदी में जहां जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा, वहीं भारी मात्रा में सिल्टिंग भी शुरू हो गई। वाल्मीकि नगर बैराज पर दवाब बढ़ने से सभी 36 फाटक खोल दिए गए। इससे वाल्मीकि नगर बैराज पर दवाब कम हुआ है। वहीं वाल्मीकि नगर बराज से भारी मात्रा में छोड़े गए पानी के कारण गोपालगंज के लोग भय के साये में जी रहे हैं।

जानकारी के अनुसार नेपाल में भारी बारिश के कारण बराज पर काफी दबाव बढ़ गया है। बराज के कुछ फाटक खोल दिये गये हैं। पानी तेजी से गंडक नदी और इसके किनारे बसे इलाके में देर शाम पानी अपना रूख करने लगेगी । फिलहाल जिला प्रशासन का दावा है कि संभावित बाढ़ को देखते हुए पूरी तैयारी कर ली गयी है। विभाग भी हाइ अलर्ट पर है। बता दें कि नेपाल से निकली गंडकनदी उत्तर प्रदेश के कुशीनगर होते हुए गोपालगंज से आगे बढ़ते हुए गंगा नदी में मिल जाती है। कुचायकोट, गोपालगंज, मांझा, बरौली, सिधवलिया और बैकुंठपुर प्रखड़ों के आधी आबादी बाढ़ से प्रभावित होती है।

बता दे की वाल्मीकि नगर बराज से रात के 8 बजे 408000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जो की अलगे 24 से 36 घण्टे बाद गोपालगंज में गंडक में जलस्तर बढ़ने लगेगा। डीएम के निर्देश पर स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा माइकिंग शुरू कर दिया गया है और लोगो को निचले इलाके से ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है। वहीं सदर अनुमंडल में बाढ़ को लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है।

वहीं डीएम अरशद अज़ीज़ ने सम्बंधित अधिकारियों के साथ बांधो की मजबूती को लेकर समीक्षा बैठक किया। बैठक के बाद डीएम और एसपी ने संभावित बाढ़ को लेकर देवापुर सारण बांध का निरीक्षण किया और जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में तटबंधों की मजबूती का जायजा भी लिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected By Awaaz Times !!