हरीश रावत ने किया 34 विधायकों के समर्थन का दावा
उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लागू किए जाने के बाद सोमवार को हरीश रावत ने राज्यपाल से मुलाकात की और अपने साथ 34 विधायक होने का दावा किया। अपने दावे को पुख़्ता करने के लिए रावत ने विधायकों की साइन की हुई चिट्ठी भी सौंपी। वहीं इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस की याचिका पर मंगलवार को नैनीताल हाइकोर्ट में सुनवाई जारी रहेगी। कांग्रेस की ओर से वरिष्ठ नेता और वकील अभिषेक मनु सिंघवी इस मामले की पैरवी कर रहे हैं।
उतराखंड में कांग्रेस और BJPबीजेपी के इस राजनीतिक घमासान में कांग्रेस के 9 बागी विधायक अब भी सांसत में हैं। उन्हें अंदेशा है कि बगावत का नतीजा उनके अनुकूल नहीं निकला तो क्या होगा? अब तो सवाल यह भी है कि अदालत क्या कहती है और राज्यपाल क्या करते हैं?
अगर उत्तराखंड के राज्यपाल के सामने उपलब्ध विकल्पों को देखा जाये टी उनके पास तीन विकल्प हैं पहला विकल्प ये है कि वो BJP को सरकार बनाने का मौका दे सकते हैं। दूसरा विकल्प है कि विधानसभा को भंग कर राज्य में फिर से चुनाव कराए जा सकते हैं। जबकि तीसरा विकल्प है कि विधानसभा का कार्यकाल पूरा होने तक राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाकर रखा जा सकता है।