गोपालगंज सदर अस्पताल का कुप्रबंधन आया सामने, पोस्टमार्टम के लिए घंटे दौड़ लगाते रहे परिजन
गोपालगंज में सडक दुर्घटना में जहा स्कूली छात्रा की मौत हो गयी थी। वही मौत के कई घन्टे के बाद भी मृतक छात्रा का पोस्टमार्टम नहीं हो सका। पोस्ट मार्टम के लिए पीड़ित परिजन घंटो सदर अस्पताल के चिकित्सको के यहाँ गुहार लगाते रहे। लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गयी और जब कई घटे बाद पोस्टमार्टम करने के लिए सदर अस्पताल के चिकित्सक पहुचे तो उन्होंने पीड़ित परिजनों को झूठे मामले में फंसा देने की धमकी दे डाली। दरअसल परिजन विलम्ब से पहुचे चिकित्सक से जल्द से जल्द पोस्ट मार्टम करने का आग्रह कर रहे थे।
जानकारी के मुताबिक मांझागढ़ के दानापुर में एनएच 28 ट्रक से कुचलकर 14 वर्षीय स्कूली छात्रा पूजा कुमारी की मौत हो गयी थी। इस मौत के बाद सुबह 8 बजे से ही परिजन सदर अस्पताल में शव को लेकर भटक रहे थे। पोस्ट मार्टम के लिए वे सदर अस्पताल प्रबंधन के घंटो गुहार लगाते रहे। लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गयी और परिजन पोस्टमार्टम रूम में मृतका बेटी का शव रखकर भूखे प्यासे इधर उधर भटकते रहे।
मामले की जानकारी जब आवाज़ टाइम्स ने सदर अस्पताल प्रबंधन और जिला प्रशासन को दी। तब ड्यूटी पर तैनात डॉ मुकेश कुमार दोपहर में करीब 3 बजे शव का पोस्ट मार्टम करने पहुचे। यानी शव के गोपालगंज सदर अस्पताल में लाने के 7 घंटे बाद। वही डॉ के पहुचते ही जब परिजनों ने शव का जल्द से जल्द पोस्ट मार्टम करने का आग्रह किया तो उल्टे चिकित्सक परिजनों पर भड़क गए और परिजनों को धमकी देते हुए कहा कि वे कोर्ट के काम से सीधे यहाँ आये हुए है और ज्यादा बोलने पर उन्हें झूठे केस में फंसा देंगे। वही जब ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ मुकेश कुमार से इस मामले में पूछा गया तो उन्होंने सदर अस्पताल में आने की बात कही। जब उनसे सदर अस्पताल में बात की गयी तो उन्होंने कहा वे गुस्से में थे। इसलिए उनसे ऐसी बात निकल गयी।
बहरहाल किसी चिकित्सक से ऐसे शब्द की कभी उम्मीद नहीं की जक्स्ती है। जब परिजन अपने किसी का शव का पोस्ट मार्टम कराने के लिए कई घंटे से सदर अस्पताल में भूखे प्यासे इधर उधर भटक रहे हो।