गोपालगंज: हर हाल में 2 अक्टूबर तक जल स्रोतों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा- जिला पदाधिकारी
गोपालगंज के उचकागांव प्रखंड क्षेत्र के बैरिया दुर्ग पंचायत सरकार भवन पर जल कचहरी कार्यक्रम में जिला पदाधिकारी अनिमेष कुमार पाराशर ने कहां की हर हाल में 2 अक्टूबर तक जल स्रोतों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। यदि इसके लिए पूरे जिले प्रशासन की जरूरत पड़ी तो उसे भी लगाया जाएगा।
उन्होंने जनप्रतिनिधियों, कर्मियों और उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का डेढ़ सौवीं जयंती मनाई जा रही है। इसके 50 साल बाद 2069 में गांधी जी की दो सौ वी जयंती मनाई जाएगी। परंतु इस समय मौजूद जनप्रतिनिधि उस समय तक जनप्रतिनिधि नहीं रह जाएंगे, पदाधिकारी एवं कर्मी रिटायर हो चुके होंगे। आप सभी लोग उस समय तक वृद्ध हो चुके होंगे। उस समय आपसे यह कार्य संभव नहीं रह जाएगा। इसलिए आप सभी के पास यह अवसर है कि आने वाली पीढ़ी के लिए अतिक्रमित जल स्रोतों को अभियान चलाकर हर हाल में 2 अक्टूबर से पहले अतिक्रमण मुक्त कराएं। जिला पदाधिकारी ने जल कचहरी को संबोधित करते हुए कहा कि जल शत्रुओं की तर्ज पर पूर्ण शराबबंदी बंदी लागू करने के लिए कचहरी के अंदर गांधी जी की काली सूची में शराब के धंधे में लगे बड़े से लेकर छोटे तक के लोगों, अधिकारियों, पुलिसकर्मियों की भी सूची आप सभी तैयार किजिए। उन्होंने कहा कि जल स्रोतों को अतिक्रमण मुक्त करने और पूर्ण शराबबंदी लागू करने के लिए यदि एक दिन में सैकड़ों लोगों को भी जेल भेजने की जरूरत पड़ी तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सच्चे अर्थों में स्वच्छता, पूर्ण शराबबंदी, पर्यावरण एवं प्रकृति की सुरक्षा से अच्छा गांधीजी के लिए कोई श्रद्धांजलि नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि एक एकड़ तक के जल स्रोतों को मनरेगा के तहत, वही 1 एकड़ से बडे जल स्रोतों को लघु जल संसाधन विभाग के द्वारा अतिक्रमण मुक्त करवाने के बाद उसका जीर्णोद्धार कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बार 2 अक्टूबर को अभियान के तहत पंचायत के प्रत्येक महादलित टोले में एक एक यूनिट फलदार पौधों का वृक्षारोपण कराया जाएगा। जिससे पर्यावरण की सुरक्षा के साथ-साथ स्थानीय लोगों को इसका लाभ भी मिल सके।
उपस्थित अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को एक सप्ताह तक सुबह 4:00 बजे से 6:00 बजे तक और शाम को 5:00 बजे से 7:00 बजे तक मॉर्निंग और इवनिंग फॉलोअप चलाकर स्वच्छता मिशन को प्रभावित करने वाले लोगों को पकड़कर पांच सौ रुपए जुर्माना वसूली के साथ साथ उनके विरुद्ध अनुमंडल में 133 की कार्यवाही करने का निर्देश दिया। जल कचहरी के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा सीओ को जल शत्रुओं के विरुद्ध तुरंत अतिक्रमणवाद की कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया।
कार्यक्रम के दौरान उप विकास आयुक्त सज्जन आर ने कहा कि कई कई नदियां होने के बावजूद भी देश के मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु आदि राज्य जल संकट से जूझ रहे हैं। वहां के लोगों को खरीद कर पानी पीना पड़ रहा है। वहां के जल स्रोतों पर धारा 133 लागू है। केंद्र सरकार द्वारा इससे निपटने के लिए जल शक्ति मंत्रालय का निर्माण भी किया गया है। परंतु सरकार के करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद भी सरकार अकेले जल संकट से नहीं निपट सकती है। इसके लिए आप सभी आम जनता को भी आगे आना होगा।
मौके पर यूनिसेफ के राज्य समन्वयक शशिभूषण पांडेय, राज्य पेयजल स्वच्छता विशेषज्ञ डॉक्टर प्रभाकर सिंह, राघव कुमार, रंजय बैठा, बीडीओ संदीप सौरव, सीओ रामबचन राम, पीओ सुबोध कुमार सिंह, प्रखंड प्रमुख रामाशीष सिंह, उपप्रमुख कालीकेश्वर रावत, मुखिया रंजीता बैठा, मोहनलाल प्रसाद, अच्छेलाल यादव, संतोष कुमार राजा, अखिलेश्वर बैठा, रहमत अली, लक्ष्मण यादव, अनिल यादव, अरविंद यादव, डॉ राजेश चौबे, कलीमुल्लाह अंसारी सहित काफी संख्या में लोग मौके पर उपस्थित थे।