गोपालगंज

गोपालगंज में छेड़खानी से तंग आकर युवती ने की आत्महत्या, परिजनों ने पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप

गोपालगंज में मनचले युवको की छेड़खानी के बाद शिकायत करने गयी बीए की छात्रा को महिला थानाध्यक्ष ने शिकायत नहीं करने की धमकी दी। वही धमकी के दौरान महिला अधिकारी के द्वारा पीडिता का अश्लील फोटो भी वायरल करने की धमकी दी गयी। जिसकी वजह से मासूम पीडिता ने आज गले में फांसी का फंदा लगाकर ख़ुदकुशी कर ली। घटना मांझागढ़ के जगरनाथा गाँव की है। घटना के विरोध में आक्रोशित लोगो ने एनएच 28 को कई घंटे तक जाम रखा।

बताया जाता है की गोपालगंज में बीए पार्ट वन की छात्रा ने आज सोमवार को उस वक़्त ख़ुदकुशी कर ली। जब महिला थाना में शिकायत करने गयी पीडिता को खुद पुलिस अधिकारी सुलह करने का दबाव डालने लगी। महिला अधिकारी के द्वारा पीडिता के माँ के ऊपर पर झूठा मुकदमा करने और पीडिता का अश्लील फोटो वायरल करने की धमकी देने लगी। ये आरोप मृतका की माँ और पिता ने गोपालगंज की महिला थानाध्यक्ष पर लगाया है। मृतका के माँ के मुताबिक उनकी बेटी गाँव से गोपालगंज नगर थाना के जंगलिया मोहल्ले में कोचिंग करने जाती थी। कोचिंग जाने के दौरान उनके गाँव के ही पांच लड़के अक्सर उसे छेड़ते थे। मृतका के माँ के मुताबिक आरोपी मनचले उनकी बेटी के दुपट्टा खीचते थे, उसकी साइकिल पकड़ लेते थे। बात करने के लिए मोबाइल से फोटो खीचते थे। इसकी शिकायत जब छात्रा ने अपनी माँ और पिता से की। तो इस घटना को लेकर पीड़ित परिजन कल रविवार को महिला थाना आये। यहाँ महिला थानाध्यक्ष से शिकायत करने के बावजूद आरोपिओ के खिलाफ कोई कारवाई नहीं की बल्कि उलटे पीड़ित परिजनों को झूठे मुकदमे में फंसाने और छात्रा का फोटो वायरल करने की धमकी दी जाने लगी।

मृतका के पिता के मुताबिक महिला थानाधय्क्ष खुद इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं करने की दबाव बनाने लगी। लेकिन बाद में स्थानीय लोगो के दबाव की वजह से मांझा थाना में कल छेड़खानी का प्राथमिकी दर्ज किया गया। लेकिन प्राथमिकी दर्ज करने के बावजूद अरोपियो के खिलाफ कोई कारवाई नहीं की गयी। बल्कि देर रात तक छात्रा पर दबाव दिया जाता रहा था केस उठाने को लेकर। इसी दबाव और लोकलाज की वजह से छात्रा ने आज खुदकुशी कर ली। पीडिता ने अपने सुसाइड नोट में पिता के नाम एक पत्र लिखा है। जिसमे आरोपी को नहीं छोड़ने की अपील की है।

बहरहाल आज सुसाइड की खबर मिलते ही कमला राय कॉलेज के छात्र संगठन के सैकड़ो लोग सडक पर उतर गए और एनएच 28 को जगरनाथ गाँव के समीप जाम कर दिया। प्रदर्शनकारी महिला थानाध्यक्ष कुमकुम कुमारी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने और उनके निलंबन की मांग पर अड़े हुए है।

हालांकि एसपी निताशा गुडिया ने कहा है की छात्रा की शिकायत के बाद कल ही मांझा थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी थी। आरोपी की गिरफ़्तारी के लिए छापामारी भी की गयी। लेकिन कोई गिरफ़्तारी नहीं हो सकी है। एसपी ने कहा की अगर परिजनों का कोई और आरोप है तो वे लिखित शिकायत दे कारवाई की जाएगी।

अब बड़ा सवाल ये है की जब पीड़ित परिवार महिला थाना में केस दर्ज करने पहुचे तब उनकी प्राथमिकी दर्ज क्यों नहीं की गयी। आखिर मांझा थाना में कई घण्टो के बाद क्यों प्राथमिकी दर्ज की गयी। आखिर महिला थानाध्यक्ष अरोपियो को क्यों बचाना चाहती थी। इसका जवाब पुलिस को देना होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected By Awaaz Times !!