गोपालगंज: गेहूँ की सरकारी खरीदारी नही होने से किसानों में आक्रोश, कम दाम पर बेचने को मजबूर
गोपालगंज के विजयपुर में सरकारी पैसों के माध्यम से गेहूं की खरीदारी नहीं हो रही है। सरकार द्वारा समर्थित मूल्य से कम दाम पर बिचौलियों द्वारा खरीद के कारण किसानों का आर्थिक दोहन निरंतर जारी है। विगत वर्ष भी न रब्बी और नाहीं खरीफ की खरीदारी हुई। सरकार द्वारा बराबर समर्थन मूल्य में किए जा रहे बढ़ोतरी से विजयपुर के किसान लाभान्वित नहीं होते हैं। अलबत्ता कृषि विभाग से जब किसान पूछता है तो प्रत्युत्तर में कहा जाता है कि ऊपर से आदेश नहीं मिला है। वहीं पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में यहां के किसान का गेहूं बिचौलिया के माध्यम से सरकारी गोदाम में जा रहा है। उचित मूल्य के अभाव में किसान मजबूरन बिचौलियों के हाथ अपनी गाढ़ी कमाई की लागत से उपजाया गेहूं मात्र 16 सौ रुपए प्रति क्विंटल बेचने पर मजबूर है।
बताते चलें की शादी विवाह के इस मौसम में किसान अपना गेहूं मजबूरन खुदरा तथा बिचौलियों के हाथ औने पौने दाम पर बेच रहे हैं। एक तरफ विकास की दुहाई देने वाली सरकार रोज रोज कहती है किसान के हित में काम किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ किसानों की गाढ़ी कमाई को बिचौलियों लेकर मालामाल हो रहे हैं।
इस विषय में जगदीशपुर पंचायत के मठिया गांव के एक जागरूक किसान रवि प्रताप उर्फ अंतू सिंह ने जिला कृषि पदाधिकारी से बात किया तो जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि ऊपर से अभी आदेश नहीं मिला रहा है। असंतुष्ट किसान मजबूरन अपनी फसल लागत से उपजाया गेहूं समर्थन मूल्य से कम कीमत पर बेचने का मजबूर हैं। क्योंकि किसी के घर शादी है तो किसी के यहां इलाज के पैसे नहीं हैं।