गोपालगंज में वोट मांगने गए जदयू के पूर्व विधायक को आक्रोशित ग्रामीणों ने बैरंग भेजा वापस
गोपालगंज में एनडीए का प्रचार करना बैकुंठपुर के पूर्व विधायक व जदयू प्रदेश महासचिव मंजीत महंगा पड़ गया। वे गोपालगंज सुरक्षित लोकसभा सीट के लिए एनडीए प्रत्याशी डॉ अलोक कुमार सुमन के पक्ष में जनसंपर्क अभियान में लगे हुए थे। इसी जनसंपर्क अभियान के दौरान जैसे ही सिधवलिया प्रखंड के जोगियार गाँव में पहुचे। यहाँ सैकड़ो की संख्या में महिलाये हाथों में वोट बहिष्कार का बैनर लेकर सडको पर उतर गयी और पूर्व विधायक को बिना जनसंपर्क किये वापस भेज दिया। मंजीत सिंह वोट बहिष्कार कर रही महिलाओ को लाख समझाते रहे। वे मोदी सरकार और नीतीश कुमार के सरकार की दुहाई देते रहे। लेकिन प्रदर्शनकारी महिलाये नहीं मानी और खराब सडक के मुद्दे को लेकर जमकर नारेबाजी।
पूर्व विधायक मंजीत सिंह के मुताबिक वे सिधवलिया प्रखंड के लोहिजरा पंचायत के जोगियार गाव के बूथ संख्या 92 पर जा रहे थे। यहाँ वे मतदाताओ से एनडीए के लिए वोट मांगने आये थे। वे मोदी सरकार और नीतीश सरकार के किये गए कार्यो और विकास के आधार पर वोट की अपील कर रहे थे। लेकिन इस गाँव के सैकड़ो लोगो में ख़राब और जर्जर सडक क लेकर खासी नाराजगी दिखी। यहाँ पिछले साल आई बाढ़ की वजह से गाँव की सड़के एकदम जर्जर हो गयी है। उसपर चलना मुश्किल हो गया था। उस सडक को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है। ग्रामीणों इस गाँव में वोट बहिष्कार का बोर्ड और बैनर लगा रखा है। पूर्व विधायक ने कहा की उन्होंने ग्रामीणों को समझाया है की वे मतदान अवश्य करे। वोट के बहिष्कार से उनकी समस्या का समाधान नहीं होगा। इसलिए वे लोगो से अपील करते है अपना मतदान करे। सरकार के विकास के नाम पर वोट करे।
विधायक के द्वारा जैसे ही ग्रामीणों को वोट करने की अपील की गयी और एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में वोट देने की बात कही वैसे ही महिलाये और पुरुष रोड नहीं तो वोट नहीं के नाराबाजी के साथ पूर्व विधायक को बैरंग वापस लौटा दिया। ग्रामीणों ने पूर्व विधायक को गाँव के घुसकर लोगो से मिलने का मौका भी नहीं दिया। जिसकी वजह से पूर्व विधायक मंजीत सिंह की जमकर किरकिरी हुई है।
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