गोपालगंजबिहार

बिहार में देश के अन्य राज्यों से आने वालों को रखने के लिए बने क्वारंटाइन सेंटर 15 जून से हो जाएंगे बंद

बिहार में सभी क्वारंटीन सेंटर 15 जून से बंद हो रहे हैं। बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी आदेश 31 मई को जारी किया गया था कि आलोक में बिहार के 534 प्रखंडों के 15,000 से अधिक क्वारंटाइन कैंप को कल से बंद किया जा रहा है। 31 मई को बिहार सरकार ने निर्णय लिया कि श्रमिक स्पेशल को छोड़ बाकी ट्रेनों से आने वालों को कैम्पों में नहीं रखा जाएगा।

कोरोना वायरस का फैलाव रोकने को लेकर राज्य के प्रखंड से लेकर पंचायत स्तर तक क्वारंटाइन कैम्प खोले गए थे। बस या श्रमिक स्पेशल ट्रेन से आने वाले सभी लोगों को इन कैम्पों में रखा गया था। गत 21 मई को विभाग ने निर्णय लिया कि देश के 11 शहरों सूरत, अहमदाबाद, मुंबई, पुणे, दिल्ली, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरूग्राम (गुड़गांव), नोएडा, कोलकाता और बंगलूरू से आने वालों को ही क्वारंटाइन कैम्प में रखा गया था। बाकी शहरों से आने वालों में कोई लक्षण नहीं पाए जाने पर उन्हें होम क्वारंटाइन किया गया था।

जानकारी के मुताबिक बाहर से आने वाले लोगों के लिए बनाए गए इन कैंपों में 15 लाख से अधिक लोगों को रखा गया था। बिहार सरकार द्वारा कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए बनाए गए इन क्वारंटाइन सेंटर्स में लोगों के रहने की अवधि 14 दिन तय की गई थी। यहां रहने वाले लोगों को सरकार की तरफ से भोजन-पानी से लेकर जरूरत के सामान तक मुहैया कराए जा रहे थे।

राज्य के ग्रामीण इलाकों में इस खतरनाक वायरस का प्रभाव ना हो इसके लिए प्रखंड से लेकर पंचायत स्तर तक क्वारंटाइन सेंटर्स खोले गए थे इसके लिए बिहार के अधिकांश सरकारी स्कूलों को चिन्हित किया गया था जिसमें बाहर से आने वाले लोग जो कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन या फिर सड़क मार्ग से बिहार आ रहे थे उनको रखा गया था। बिहार सरकार द्वारा क्वारंटाइन कैम्प बंद करने के निर्णय का बाहर से आने वाले लोगों को खास असर नहीं पड़ेगा क्योंकि सरकार के इस आदेश के बाद बिहार में दो-चार श्रमिक स्पेशल ट्रेनें ही आई है। शनिवार तक के आंकड़ों के मुताबिक राज्य के करीब एक हजार कैम्पों में 20 हजार के लगभग लोग रह रहे थे जिन्हें 15 जून के बाद होम क्वारंटाइन में भेज दिया जाएगा।

वहीं नए नियमों के तहत बिहार सरकार भले ही क्वारंटाइन केंद्र बंद कर रही है। लेकिन बाहर से आने वाले लोगों के कोरोनावायरस दिल्ली रहेगी स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक बाहर से आने वाले लोगों की रेंडम जांच की जाएगी साथ ही सर्वे का भी सहारा लिया जाएगा।

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