गोपालगंज: जमाबंदी लॉक होने से बचाना है तो आधार कार्ड से कराएं लिंक, गतिविधियों की मिलेगी जानकारी
गोपालगंज: यदि आप अपने जमीन की जमाबंदी को आधार कार्ड से लिंक करा लिए हैं और मोबाइल नंबर से उसे जोड़वा लिए हैं तो ठीक है। ऐसा नहीं है तो एक महीने के अंदर अपने सभी जमाबंदी को अधार से लिंक करा लें। इसके बाद आपके जमाबंदी को अंचल कार्यालय द्वारा लॉक कर दिया जाएगा।
जमाबंदी लॉक होने पर भविष्य में आपको जमीन बेचने और खरीदने में परेशानी हो सकती है। साथ ही किसी भी तरह का सुधार करना भी मुश्किल हो जाएगा। वहीं आधार और मोबाइल से लिंक होने पर जमीन की सभी गतिविधियों की मोबाइल पर सारी जानकारी मिलती रहेगी। इससे जमीन संबंधी मामलों में धोखाधड़ी रुकेगी। साथ ही जमाबंदी में जमीन में किसी तरह के बदलाव को लेकर एसएमएस के माध्यम से आपको अलर्ट मिलेगा। जमाबंदी में किसी भी तरह की बदलाव की सूचना आपको एसएमएस से दी जाएगी। सही नहीं रहने पर आप तुंरत इसकी शिकायत अंचल कार्यालय से कर सकते हैं। इसके बाद दाखिल खारिज नहीं हो सकेगा। इससे आप धोखधड़ी से बच जाएंगे। इसके लिए सभी अंचल कार्यालयों में सीओ और सर्किल इंसपेक्टर के माध्यम से जमाबंदी को लिंक करने का काम तेजी से चल रहा है।
संबंधित सीओ लगातार रैयतों से जमाबंदी को लिंक कराने की अपील कर रहे हैं। साथ ही गांवों में कैंप लगाकर इसे लिंक करने का काम चल रहा है। पहले आप जमाबंदी को आधार से लिंक करा लें, उसके बाद उसमें अपना मोबाइल नंबर दर्ज करा लें। लिंक होने पर लगान संबंधित जानकारी भी मोबाइल पर मिलेगी।
जमाबंदी पंजी को आधार कार्ड से लिंक करने में सबसे बड़ी परेशानी इस बात की है कि अभी भी बड़ी संख्या में ऐसे जमाबंदी उपलब्ध हैं, जिसके रैयत की मौत हो चुकी है। बावजूद उनके नाम से ही मालगुजारी रसीद कट रही है। ऐसे में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा उस जमाबंदी खाताधारक की पंजी को उसके सबसे नजदीकी रिश्तेदार का आधार कार्ड से लिंक की जाएगी। हालांकि इसके पहले उस रैयत को कई तरह की प्रक्रिया से गुजरना होगा।