गेपालगंज: बदन में चिपका कर बंटी-बबली शराब की हो रही थी तस्करी, उत्पाद विभाग ने धर दबोचा
गोपालगंज: बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है। इसके बावजूद भी शराब की तस्करी करने वाले तस्कर बाज नहीं आ रहे है। शराब तस्कर नए-नए तरीकों को अपनाकर शराब की तस्करी कर रहे हैं। ताकि पुलिस को इसकी भनक न लगे। लेकिन मद्य निषेध विभाग और थानों की पुलिस भी मुस्तैदी के साथ शराब तस्करों के मंसूबे पर पानी फेरने में लगातार जुटी रहती है।
दरअसल शराब तस्करी करने का एक अनोखा मामला गोपालगंज जिले से सामने आया है, एक दो शातिर शराब तस्कर बदन पर टेप साट कर शराब की बड़ी खेप लेकर यूपी से लेकर आ रहे थे। हालांकि, पुलिस और उत्पाद विभाग की मुस्तैदी की वजह से इन दोनों तस्करों को पकड़ लिया गया है। उत्पाद पुलिस ने जब इन युवकों की अच्छे से जांच की तो पाया कि दोनों युवक ने अपने शरीर पर टेप चिपकार बंटी-बबली फ्रूटी शराब छिपा रखा था। इस दौरान दोनों युवकों की तरकीब को देखकर पुलिसकर्मी भी हैरान थे। यही नहीं युवक ने अपनी बाइक के सीट के नीचे भी शराब छिपा रखी थी। बताया जाता है कि वह यूपी से शराब लाकर बिहार में उसकी डिलिवरी करता था। किसी को शक न हो इसलिए उसने शराब को छिपाने के लिए अपने शरीर और बाइक का सहारा लिया।
मिली जानकारी के अनुसार उत्पाद विभाग की टीम ने शनिवार को दोनों शातिर शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गये दोनों शराब तस्कर यूपी से चार कार्टन बंटी-बबली फ्रूटी शराब शरीर में सेले टेप से चिपका कर तस्करी कर रहे थे। इन दोनों शराब तस्करों को कुचायकोट थाना क्षेत्र के माधोमठ गांव के पास से गिरफ्तार किया गया है।
उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि उत्पाद पुलिस ने जब बाइक रोकर इनके कपड़े उतवाकर तलाशी लेना शुरू किया तो चौकानेवाला खुलासा हुआ। एक-दो नहीं, बल्कि पूरे शरीर में बंटी-बबली फ्रूटी शराब की पैक मिला। गिरफ्तार किये गये दोनों शराब तस्करों की पहचान विशंभरपुर थाना क्षेत्र के ईश्वर पट्टी निवासी अर्जुन कुमार यादव और दूसरा इसी गांव का प्रिंस सिंह के रूप में की गयी है। उन्होंने बताया कि इस मामले में उत्पाद अधिनियम के तहत दोनों शराब तस्करों को जेल भेजा जा रहा है।
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