गोपालगंज

गोपालगंज: कोरोना की तीसरी लहर को लेकर विभाग अलर्ट, स्वास्थ्य कर्मियों को दिया जाएगा प्रशिक्षण

गोपालगंज  में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अब धीरे-धीरे कम हो चुकी है। हालांकि कोरोना का संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है। इन सबके बीच लोगों के मन में तीसरी लहर का भय सता रहा है। ऐसी आशंका है कि कोरोना की तीसरी लहर भी आ सकती है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड में है तथा इससे निपटने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारी भी शुरू कर दी गई है। इसी कड़ी में जिले के स्वास्थ्य कर्मियों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर से संबंधित ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन तथा डीपीएम को आवश्यक दिशा- निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा पीएम केयर्स के तहत जिले में उपलब्ध कराए जा रहे ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का वितरण, उपयोग, रखरखाव इत्यादि से संबंधित आंकड़ों के प्रबंधन के लिए विकसित किए गये ओसी-एमआईएस पोर्टल तथा मोबाइल एप्लीकेशन के उपयोग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण 20 अगस्त को ऑनलाइन मोड में दो चरणों में दिया जाएगा। पहला सत्र 10:30 बजे से 11:00 बजे तक तथा दूसरा सत्र 2:30 बजे से 3:00 बजे तक आयोजित होगा।

जिला कार्यक्रम प्रबंधक को बनाया गया नोडल: यहां बता दें कि भारत सरकार द्वारा पीएम केयर्स के तहत जिले को 5 एलपीएम तथा 10 एलपीएम क्षमता के अक्सीजन कंसंट्रेटर का वितरण किया जा रहा है। जिसका उपयोग सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में ऑक्सीजन प्रबंधन की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए किया जाएगा। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के वितरण, उपयोग तथा रखरखाव की व्यवस्था के लिए जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक को नोडल पदाधिकारी नामित किया गया है। निर्धारित व्यवस्था के अनुरूप राज्य स्तर से प्रत्येक जिला को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का आवंटन किया जाएगा। जिला स्तर पर सिविल सर्जन द्वारा आवश्यकतानुसार आवंटन जिला अंतर्गत विभिन्न सरकारी संस्थानों में ओसी-एमआईएस पोर्टल पर किया जाएगा।

ओसी-एमआईएस पोर्टल से होगी रीयल टाइम की जानकारी: जारी पत्र के माध्यम से कहा गया है कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के आवंटन वितरण, उपयोग एवं रखरखाव की रीयल टाइम की जानकारी जिला एवं राज्य स्तर एवं केंद्र स्तर पर उपलब्ध रहेगा। इसके लिए ओसी-एमआईएस पोर्टल का समुचित उपयोग किया जाना आवश्यक है। इसके लिए प्रत्येक जिला के जिला नोडल पदाधिकारी, जिला अनुश्रवण एंव मूल्यांकन पदाधिकारी तथा अस्पतालों को उपाधीक्षक एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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