गोपालगंज: आतंकवादियों की गोली के शिकार हुए शहीद सुधांशु सिंह का पार्थिव शरीर पहुचा पैतृक गांव
गोपालगंज के बरौली प्रखंड के पिपरा गांव के जवान मिजोरम के आइजोल में जहां आतंकवादियों की गोली के शिकार हो गये। वहीं मृतक जवान के शव को जैसे ही उनके पैतृक गांव बरौली के पिपरा में लाया गया। यहां पर हजारों की संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
हजारो की संख्या में लोग हाथों में तिरंगा लेकर अमर रहे के नारे लगा रहे थे। मृतक शहीद का नाम सुधांशु सिंह है। वे मिजोरम की राजधानी आइजोल हेड क्वार्टर में सीआरपीएफ के कांस्टेबल के पद पर तैनात थे।
शव लेकर गोपालगंज पहुचे सीआरपीएफ जवानों के मुताबिक सुधांशु सिंह ड्यूटी पर तैनात थे। वे अन्य जवानों के साथ पेट्रोलिंग पर थे। इसी दौरान अज्ञात गोली लगने से उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। ऐसी आशंका है कि आतंकवादियों ने छुपकर गोली मारी थी।
घटना की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया। आज शनिवार को सीआरपीएफ के जवान जैसे ही मृतक का पार्थिव शरीर उनके बरौली के पिपरा गांव में लेकर पहुंचे। यहां पर हजारों की संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोग हाथों में तिरंगा लेकर उनके जयकारा लगा रहे थे और शहीद का स्वागत कर रहे थे।
मृतक के दोनों मासूम बेटों ने कहा कि पिता की मौत के बाद भी उनका हौसला कम नहीं हुआ है। और वे भी सेना में जाकर देश की सेवा करना चाहते हैं। और देश के शहीद होना चाहते हैं। मृतक के 8 वर्षीय बेटे प्रसून कुमार और 10 वर्षीय बेटे श्रीकांत सिंह ने कहा कि वे भी अपने पिता की तरह सेना में जाकर देश की सेवा करना चाहते हैं।
शहीद सुधांशु सिंह के परिवार से मिलने के लिए राजद विधायक प्रेम शंकर राय भी पहुंचे। बिहार के खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम भी शहीद के परिजनों से मुलाकात कर रहे हैं।