गोपालगंज: गंडक बराज से 2 लाख 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से तटबन्धों पर बढ़ने लगा दबाव
गोपालगंज: दियारे के लोगों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही। मानसून के दोबारा सक्रिय होते ही नदी उफान मारने लगी है। गंडक बराज से 2 लाख 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से नदी का स्तर एक फीट से ज्यादा बढ़ गया है। इससे दियारे के गांवों में फिर से पानी बढ़ने लगा है। जिला प्रशासन ने सुरक्षा के ख्याल से तटवर्ती गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है।
बता दें कि गंडक के जल अधिग्रहण वाले नेपाली क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हो रही है। इससे 24 घंटे में गंडक का डिस्चार्ज 1.50 लाख क्यूसेक बढ़ गया है। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बारिश रूकने के कारण पिछले पांच दिनों में नदी धारा काफी सिमट गई थी। इससे तटवर्ती इलाके लोगों ने राहत की सांस ली थी। पानी घटने के बाद बांधों पर शरण लिए लोग अपने घरों को लौट चुके थे। दियारे में जनजीवन सामान्य हो रहा था, लेकिन नए डिस्चार्ज से निचले हिस्से में बसे 42 गांव के लोगों के होश उड़ गए हैं।
दियारे के लोगों में पहली बार जून दूसरे व जुलाई के पहली सप्ताह में बाढ़ का खौफ है। अमूमन 10 अगस्त के बाद ही बाढ़ जैसी स्थिति बनती थी, लेकिन पीछले साल 24 जुलाई को ही बांध टूट गया था। इस बार देखें तो परिस्थितियां पीछले साल से भी भयावह है। पहली बार 15 जून को ही बाढ़ का खतरा मड़राने लगा। दोबारा पानी बढ़ने से तटवर्ती इलाके के लोग दहशत के बीच जी रहे हैं। गंडक का जलस्तर जिस अनुपात में दोबारा बढ़ रहा है, इससे दियारे कई क्षेत्रों में फिर से पानी के फैलाव भी तेज हो गया है। सदर प्रखंड के खाप मकसूदपुर, रामनगर, बीन टोली, बरईपटी, मशान थाना, मांझा प्रखंड के निमुइयां, मुंगराहां, पुरैना, पथरा, भौसहीं, बरौली के रूपनछाप, सिघवलिया प्रखंड के बंजरिया, अमरपुरा, बैकुंठपुर प्रखंड के दीपउ, गम्हारी, पकहां, सितलपुर, सलेमपुर, अदमापुर, मटियारी, प्यारेपुर, आशा खैरा, महम्मदपुर आदि गांवों में बाढ़ का पानी बढ़ने लगा है।