गोपालगंज में मुन्ना हत्याकांड के मुख्य आरोपित चौकीदार की एक महीने बाद भी नहीं हुई गिरफ्तारी
गोपालगंज के थावे थाना के अमैठी खुर्द गांव के मुन्ना हत्याकांड में आरोपित चौकीदार की गिरफ्तारी नहीं होने से परिजनों में आक्रोश व्याप्त है। परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहाँ कि हत्या के मुख्य आरोपित खुला घूम रहा है। लेकिन उसकी गिरफ्तार हत्या के एक माह बीत जाने के बाद भी अब तक पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर सकी है। मृतक की पत्नी संगीता देवी के बयान पर चौकीदार जंग बहादुर उर्फ जसवीर पासवान सहित पांच के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
बता दे की थावे थाना के अमैठी खुर्द गांव में महज तीन धूर जमीन मौत का कारण बन गई और कातिल बना गांव का चौकीदार। इस छोटी सी विवाद ने चार बच्चों के सिर से पिता का साया छीन लिया। अमैठी खुर्द गांव के कपिलदेव मांझी का पुत्र मुन्ना मांझी और थावे थाना में कार्यरत चौकीदार जंग बहादुर उर्फ जसवीर पासवान के बीच जमीन विवाद कई साल से चल रहा था। मुन्ना मांझी के पिता चार भाई थे। उनमें से एक पाटीदार अशरफी मांझी ने अपनी हिस्से की तीन धुर जमीन चौकीदार के परिजनों से बेंच दी थी। कुल जमीन का रकबा 12 धूर को चौकीदार और उसके परिजनों द्वारा कई बार कब्जा करने की कोशिश की गई। इसे लेकर पहले भी मारपीट हुई थी। मृतक कपिलदेव मांझी के पुत्र मुन्ना मांझी ने थाना और एसपी को आवेदन दिया था। लेकिन चौकीदार की बात थी, इसलिए थाना से कोई मदद नहीं मिली। पीड़ित परिजनों के आवेदन पर कोई कार्रवाई नही की गई। मुन्ना मांझी पेंटर का काम कर घर पहुंचा था। उसी दौरान देखा कि उसके हिस्से की जमीन पर चौकीदार द्वारा कब्जा करने को लेकर मिट्टी भरा जा रहा था। मुन्ना की पत्नी संगीता देवी मना करने गई तो उसे मारपीट कर चौकीदार ने घायल कर दिया। पत्नी को पीटते देख बचाने गये पति के ऊपर भी चौकीदार ने कुदाल से जानलेवा हमला कर दिया। उसे घायल अवस्था में ग्रामीणों ने सदर अस्पताल पहुंचाया। उसकी स्थिति नाजुक बनी थी। अगले दिन सुबह घायल मुन्ना की मौत सदर अस्पताल में हो गई।