गोपालगंज जिले के कैंसर पीड़ित को रक्त देकर बिहार ब्लड डोनर टीम ने दिया जीवनदान
रक्तदान जीवनदान है. हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कई जिंदगियों को बचाता है. अनायास दुर्घटना या बीमारी का शिकार हममें से कोई भी हो सकता है. इस बात का अहसास हमें तब होता है जब हमारा अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है. उस वक्त हम नींद से जागते हैं और उसे बचाने के लिए खून के इंतजाम की जद्दोजहद करते हैं. कुछ ऐसा ही हालात पटना के महावीर कैंसर संस्थान में अपने बच्चे का इलाज करते उन परिजनों का था.
गोपालगंज जिला के बरौली थाना क्षेत्र के मारणपुर गाँव निवासी नूर मुहम्मद के पुत्र असरार आलम कम उम्र में ही कैंसर जैसे बीमारी से ग्रसित हो गए. परिजनों ने इलाज के लिए इस बच्चे को पटना स्थित महावीर कैंसर संस्थान में भर्ती करवाया. जहाँ डॉक्टर्स ने मरीज़ को 24 यूनिट खून चढ़ाने को कह दिया. पूरा परिवार परेशान हो कर इधर उधर खून के इंतज़ाम में लग गया. काफ़ी प्रयास के बावजूद 24 यूनिट का इंतज़ाम नहीं हो पा रहा था. बड़ी मुश्किल से परिजनों ने 5 यूनिट खून का इंतज़ाम किया. अचानक मरीज़ के एक परिजन तबरेज आलम को सोशल मीडिया के माध्यम में बिहार ब्लड डोनर टीम के बारे में बता चला. फ़ौरन तबरेज़ आलम ने बिहार ब्लड डोनर टीम के सदस्य मंज़र कैयुम उर्फ़ रिंकू से संपर्क किया और अपनी तकलीफ़ एवं ज़रूरत बताई. मंज़र कैयुम ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तुरंत हरकत में आए और अपने टीम के सभी सदस्यों से तुरंत संपर्क स्थापित किया. देखते ही देखते बिहार ब्लड डोनर टीम के 6 सदस्य फ़ौरन गोपालगंज से पटना रवाना होने के लिए तैयार हुए और रक्तदान जैसे नेक काम के लिए पटना स्थित महावीर कैंसर संस्थान में भर्ती बच्चे के मदद के नियत से बिहार ब्लड डोनर टीम के सक्रीय सदस्य शाह आलम के साथ रक्तदान के इच्छुक सभी सदस्य पटना के लिए रवाना हो गए. रक्तदान करने वाले सदस्यों में सलीम खान(दानापुर, मांझा), अरबाज आलम(पिपरा, मांझा), सोनू सिंह(रतन सराय, बरौली), एजाजुल हक(पिपरा,मांझा), खालिद राशिद(पिपरा,मांझा), अफज़ल अली(फ्रेंड्स कॉलोनी,गोपालगंज) शामिल थे.
आज जहाँ एक तरफ नया पीढ़ी सुख सुविधा का भोग करने में लगा हुआ है वही इन युवाओ ने इस तरह का बीड़ा उठा कर समाज को मिसाल पेश किया है .अपने रक्त से किसी का जीवन बचा दिया जाये तो यह जीवन कई जीवन जीने के बराबर हो जाता है. आज उस कैंसर पीड़ित को अपना रक्त देकर इन्होने साबित कर दिया है की अगर आपको समाज के लिए कुछ करना है तो इसके लिए सिर्फ जज्बे की जरुरत हा न की बहुत कुछ करने की . इस जज्बे को सलाम’