बिहार

नियोजित शिक्षकों का वेतन सितंबर तक के लिए लटका

राज्य के प्रारंभिक, माध्यमिक व हाई स्कूलों के नियोजित शिक्षकों के खाते में इस महीने वेतन की राशि मिले की उम्मीद नहीं के बराबर है. शिक्षकों को सितंबर महीने के पहले सप्ताह में वेतन की राशि मिल सकेगी. शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी और वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी की बातचीत के बाद भी जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों के बैंक एकाउंट में लगा लॉक नहीं हट सका है. जिससे सितंबर से पहले वेतन मिलना संभव नहीं है.

प्रारंभिक स्कूलों के 3.23 लाख शिक्षकों का जहां तीन महीने का राशि बकाया है, वहीं हाइ व प्लस टू स्कूलों के शिक्षकों को होली के बाद वेतन की राशि दी गयी थी, लेकिन उसके बाद अब उगस्त खत्म होने को है. पांच महीने से शिक्षकों के खाते में राशि नहीं जा सही है. सरकार ने कैबिनेट कर राशि जिलों के जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों के खाते में दे दिया है, लेकिन उनका बैंक एकाउंट लॉक होने के कारण राशि नहीं निकल पा रही है. जिलों से कई वित्तीय वर्ष का उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं आने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है.

विभाग ने जिलों से हाइ व प्लस टू स्कूलों के वेतन मद में जारी की गयी राशि के खर्च का उपयोगिता प्रमाण पत्र मांगा था. इसके लिए कई बार डेडलाइन भी दिये गये, बैठकों में देने को कहा गया, दो बार कैंप लगा लेकिन समय पर यह नहीं आया. 22—23 अगस्त को सभी जिलों को अंतिक मौका दिया गया था. अधिकांश जिलों से उपयोगिता प्रमाण पत्र आ गया है. उधर शिक्षा मंत्री अशाक चौधरी ने भी वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी से बातचीत कर डीपीओ के खाते में लगा लॉक खत्म कराने का आग्रह किया था. इस पर दो तीन दिनों में लॉक हटाने का भी आश्वासन दिया गया था लेकिन गरुवार तक यह लॉक नहीं हट सका है.

विभाग ने जिलों से हाइ व प्लस टू स्कूलों के वेतन मद में जारी की गयी राशि के खर्च का उपयोगिता प्रमाण पत्र मांगा था. इसके लिए कई बार डेडलाइन भी दिये गये, बैठकों में देने को कहा गया, दो बार कैंप लगा लेकिन समय पर यह नहीं आया. 22—23 अगस्त को सभी जिलों को अंतिक मौका दिया गया था. अधिकांश जिलों से उपयोगिता प्रमाण पत्र आ गया है. उधर शिक्षा मंत्री अशाक चौधरी ने भी वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी से बातचीत कर डीपीओ के खाते में लगा लॉक खत्म कराने का आग्रह किया था. इस पर दो तीन दिनों में लॉक हटाने का भी आश्वासन दिया गया था लेकिन गरुवार तक यह लॉक नहीं हट सका है.

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