गोपालगंज

गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से 7 लोगो की मौत, प्रशासन का इनकार

बिहार के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों के गृह जिले गोपालगंज में 7 लोगो की अचानक हुई मौत से कोहराम मच गया है। मृतको के परिजनों का कहना है कि सभी पांचो की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। वही जिला प्रशासन गोपालगंज ने पांच लोगो की मौत की बात तो कुबूली है पर मौत का कारण शराब होने से स्पष्ट रूप से इंकार किया है। वही परिजनों ने जहरीली शराब पीने से हालत खराब होने की बात कुबूलते हुए ईलाज के दौरान मौत होने की बात कही है।

5 अप्रैल से सूबे में पूर्ण शराबबंदी के बाद जहरीली शराब पीने से सारण के बनियापुर इलाके में पहली बार 5 लोगो की मौत हुई है। फिर एक बार सारण के गोपालगंज में ही 7 लोगो की जहरीली शराब पीने से मौत हुई है। उल्लेखनीय है की 23 जून को छपरा में 5 लोगो की मौत जहरीली शराब पीने से हुई थी पर जिला प्रशासन और पुलिस ने डायरिया से हुई मौत बता कर मामले को बदल दिया था।

ताज़ा घटना क्रम में गोपालगंज में 7 लोगो की मौत से प्रशासन सन्न रह गया है। वही मौत की खबर और कारण के खुलासे के बाद अब मामले की लीपापोती की पुरजोर कोशिश शुरू कर दी गई है। वही परिजनों को भी पुलिस द्वारा मुह बंद करने का सन्देश भिजवाया जा है। जानकारी के अनुसार मंगलवार की देर शाम नगर थाना क्षेत्र के नोनिया टोली निवासी परमानंद महतो (54 वर्ष), मंटू गिरि (34 वर्ष), शशिकांत महतो (24 वर्ष) सरेया मुहल्ले के दिनेश महतो (40 वर्ष), मांझा के मझवलिया के उमेश चौहान (34 वर्ष), हरखुआ निवासी रामजी शर्मा (46 वर्ष) और थावे थाने के विदेशी टोला निवासी मनोज साह (23 वर्ष) को उल्टी की समस्या के कारण सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज शुरू होने के कुछ देर बाद ही सभी की मौत हो गई। घटना के बाद शहर में यह चर्चा गरम हो गई कि सभी की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है।  परिजनों ने भी इसकी पुष्टि की। मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने गोपालगंज के खजुरबानी स्थित पुरानी चौक पर शराब पी थी।हालांकि, पुलिस ने इन मौतों के पीछे जहरीली शराब को कारण मानने से इंकार कर दिया है।

वही गोपालगंज के एसपी रवि रंजन एक साथ 7 की अस्वभाविक मौत को महज संयोग बता पल्ला झाड़ते दिखे। उल्लेखनीय है कि जिला चुकी यूपी बॉडर से सटा है। पिछले शुक्रवार को ही जिले के कुचायकोट थाना ने तक़रीबन 50 लाख रूपये मूल्य की शराब बरामद की गई थी। साथ ही जिला मुख्यालय से सुदूर ग्रामीण इलाकों में शराब बंदी के बाद भी कच्चे स्पिरिट से शराब बनाने और बेचने का धंधा जारी है।

जिले के डीएम राहुल कुमार ने घटना के तुरंत बाद ही मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की है। टीम परिजनों से भी संपर्क कर उनका बयान दर्ज करेगी। डॉक्टरों से मामले से सम्बंधित सभी रिपोर्ट ली जा रही है। टीम पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट डीएम को सौंपेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected By Awaaz Times !!