गोपालगंज में पुलिसकर्मियों ने की जज की पिटाई
सूबे में अपराधियों के सामने विवश और लाचार बिहार पुलिस गोपालगंज में सिविल कोर्ट के जज को ही सरेआम पीट डाला है। घटना में शहर के मौनिया चौक पर गुरूवार को सब जज वन प्रभुनाथ प्रसाद के साथ कुछ पुलिसकर्मियों ने मारपीट की। मारपीट की घटना के बाद चौक पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। कुछ देर के लिए अफरातफरी भी मच गई। इस घटना की जानकारी मिलते ही वकीलो ने विरोध में गुरूवार को न्यायालय कार्य भी ठप कर दिया और हड़ताल पर चले गए। इससे दूर-दराज से आए मुवक्किल वापस लौट गए।इस घटना को लेकर सब जज वन प्रभुनाथ प्रसाद ने सीजेएम कोर्ट में मुकदमा दायर किया है।
घटना के बाबत उन्होंने बताया है कि सरकारी गाड़ी खराब होने से वे हजियापुर स्थित अपने सरकारी आवास से अपनी बाइक पर सवार होकर कोर्ट आ रहे थे। इस दौरान शहर के मौनिया चौक पर तैनात एक दारोगा व कुछ पुलिस कर्मियों ने उन्हें कोर्ट की ओर जाने से रोका। इसपर उन्होंने न्यायिक पदाधिकारी होने का परिचय दिया। इसके बाद भी उनके साथ पुलिस कर्मियों ने तू-तू, मैं-मैं शुरू कर दी। इसपर,उन्होंने अपनी मोबाइल से सदर एसडीपीओ से प्रतिनियुक्त दारोगा की बातचीत भी कराई। लेकिन, इस बीच पुलिस कर्मी उनसे दुर्व्यवहार व मारपीट करने लगे। बाद में, चौक पर खड़े कुछ वकील और अन्य लोगों के सामने आने पर पुलिसकर्मी वहां से कलेक्ट्रैट कैंपस की ओर चले गए।
इस मामले को लेकर पुलिस अवर निरीक्षक एके यादव व तीन – चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ भादवि की धारा 186, 189, 341, 323, 332, 353, 500 और 504 के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है, जिसमें न्यायिक कार्य में बाधा डालने का भी आरोप है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश के नेतृत्व में बैठक कर निर्णय लेने के बाद पूरी घटना की जानकारी पटना हाईकोर्ट को भी दी गई।वहीं, मामले में न्यायिक पदाधिकारियों व डीएम और एसपी के साथ देर शाम तक बैठक चलती रही। मालूम हो कि गुरुवार को जिला पर्षद अध्यक्ष के चुनाव को लेकर सुरक्षा-व्यवस्था के तहत मौनिया चौक और पोस्ट ऑफिस चौक पर ड्रॉप गेट बनाए गए थे, जहां पुलिसकर्मियों की अवांछित तत्वों की आवाजाही रोकने के लिए तैनाती जिला प्रशासन द्वारा की गई थी।