गोपालगंज: सरिता हत्याकांड में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई, माले जिला कमेटी सदस्य धर्मेंद्र चौहान गिरफ्तार
गोपालगंज: भोरे थाने में महरादेउर में हुए सरिता हत्याकांड में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कांड के आरोपी भाकपा माले के जिला कमेटी के सदस्य और जिला पार्षद के पति धर्मेंद्र चौहान को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसे आवश्यक कार्रवाई के बाद जेल भेज दिया. वहीं इस गिरफ्तारी के बाद भोरे में भाकपा माले ने एक प्रतिवाद मार्च निकाल कर स्थानीय पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
बता दे की महादेउर गांव निवासी संतोष चौहान की पत्नी सरिता देवी के साथ बीते 16 नवंबर को मारपीट की गई थी. इस संबंध में उसने स्थानीय थाने में धर्मेंद्र चौहान सहित आधा दर्जन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी. मामले में पुलिस अभी कोई कार्रवाई करती उससे पहले ही 18 नवंबर की सुबह सरिता देवी का शव उसके घर से बरामद किया गया. सरिता का पति संतोष के बाहर रहने के कारण उनके पड़ोसियों ने पुलिस को बताया था कि सरिता ने आत्महत्या कर ली है. लेकिन सरिता के मीरगंज थाना क्षेत्र के निवासी हजारी चौहान ने मामले में धर्मेंद्र चौहान सहित चार लोगों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर ली. लेकिन हत्या और आत्महत्या के जाल में उलझी पुलिस ने पोस्टमार्टम का इंतजार करना बेहतर समझा.
वहीं इस संबंध में एसडीपीओ नरेश कुमार ने बताया कि सरिता देवी के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसकी गला दबा कर हत्या करने की पुष्टि की गई है. इसके बाद आरोपितों की गिरफ्तारी के आदेश दिये गये. जिस पर थानाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार यादव और अनुसंधानकर्ता संपूर्णानंद ने धर्मेंद्र चौहान को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया.
धर्मेंद्र चौहान की गिरफ्तारी के बाद माले ने किया प्रदर्शन
माले नेता व जिला पार्षद प्रतिनिधि धर्मेंद्र चौहान की गिरफ्तारी के खिलाफ माले ने भोरे में प्रतिवाद मार्च निकाला. इसके बाद चारमुहानी पर एक सभा का आयोजन किया गया. जिसे संबोधित करते हुए माले जिला सचिव इंद्रजीत चौरसिया ने गिरफ्तारी की निंदा करते हुए कहा कि सामंत – अपराधी -पुलिस- प्रशासन गठजोड़ के जरिये एक सोची समझी साजिश के तहत माले नेता व जनप्रतिधि पर फर्जी मुकदमा लाद कर गरीबों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है. माले नेता व भोरे विधान सभा के पूर्व प्रत्याशी जितेंद्र पासवान, अर्जुन सिंह व जिला पार्षद पति धर्मेंद्र चौहान पर फर्जी मुकदमा और गिरफ्तारी इसका ठोस उदाहरण है. सभा को संबोधित करते हुए माले राज्य कमेटी सदस्य रवींद्र सिंह कुशवाहा ने कहा कि भोरे थाना का एसआई सम्पूर्णानंद शराब माफियाओं से मिलकर शराब बिकवाता है. धर्मेंद्र चौहान शराब माफियाओं का विरोध करते थे. सम्पूर्णानंद की कमाई नहीं हो रही थी. इसलिए फर्जी मुकदमा लादकर उनको गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. सभा को संबोधित करने वालों में सुभाष पटेल, मुखिया कमलेश प्रसाद, अर्जुन सिंह आदि ने संबोधित किया.