गोपालगंज: सड़क दुर्घटना में घायल ठिकेदार की लखनऊ में इलाज के दौरान मौत, परिजनो में कोहराम
सड़क दुर्घटना में घायल वृंदावन गांव के लकड़ी ठिकेदार की लखनऊ में इलाज के दौरान शुकवार की मौत हो गई।मौत सूचना मिलने ही परिजनो में मचा कोहराम मच गया।बताया जाता है,की गोपालगंज मीरगंज एनएच 531पर उच्चका गांव के थाने के वृंदाबन गांव के सतनहरिया पुल के पास17 सितंबर को मॉर्निग वॉक के दौरान एक अज्ञात वाहन से सड़क दुर्घटना में घायल लकड़ी ठिकेदार बुरी तरह जख्मी हो गए।स्थानीय लोगों द्वारा इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।जहां स्थिति चिंताजनक होने पर चिकित्सकों बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया।गोरखपुर में 36 घटे इलाज के बाद स्थिति बिगड़ने पर परिजनो ने इलाज के लिए दिल्ली एम्स में एबुलेस से लेकर जा रहे थे। रास्ते में एकाएक तबियत बिगड़ी,जिसको लेकर मरीजों को अफरा तफरी में लखनऊ के केजी एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया।जहां 24 सितंबर को चिकित्सकों ने ऑपरेशन किया।उसके बाद मरीज कोमा में चला गया।जिसकी इलाज के दौरान शुक्रवार को एक बजे रात में 15 दिन बाद घायल ठेकेदार की मौत हो गई।जिसकी सूचना मिलते ही परिजनो में चीख पुकार मच गई।बता दें की सड़क दुर्घटना के मामले में मृत के बड़े बेटा प्रिंस कुमार ने उच्चका गांव थाने में अनमोल मोती बस के मालिक पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। मृतक स्वर्गीय शिक्षक पारस सिंह के पुत्र प्रभूनाथ सिंह उर्फ पीएन सिंह बताया जाता है।जिसका दो बेटे और एक बेटी है।जिसमे सिर्फ बेटी की शादी हुई है।दो बेटे प्रिंस कुमार और पियूष कुमार बताए जाते हैं।पीएन सिंह दो भाई थे।एक भाई की कई वर्ष पहले मौत हो चुकी हैं। जिनकी सिर्फ तीन बेटी है। अपने परिवार के कमाऊ व्यक्ति थे।जो पूरे परिवार का खर्चा उठाते थे।घटना में उच्चका गांव थाने की पुलिस द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। थानाध्यक्ष सुबास कुमार ने बताया की पुलिस शव को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।जहां पोस्टमार्ट कराने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया।हालाकि पोस्टमार्ट के दौरान शव कई घंटे चिराई घर में पड़ा रहा। परिजन सदर अस्पताल के चक्कर लगाते रहे।