विदेशी निवेशकों में भरोसा कायम रखने के लिए कई क्षेत्रों मे FDI को 100 फीसदी मंजूरी
केंद्र सरकार ने फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (एफडीआई) को डिफेंस, एविएशन, फ़ूड, ई- कॉमर्स के क्षत्र में 100 फीसदी मंजूरी दी दी है। जहाँ डिफेंस में 100 फीसदी एफडीआई सरकार की मंजूरी यानी अप्रूवल रुट से होगा वहीँ ऑटोमैटिक रुट से ग्रीन फील्ड फार्मा में 100 फीसदी मंजूरी दी गई है। सरकार ने सिविल एविऐशन में भी सरकार ने 100 फीसदी एफडीआई को हरी झंडी दे दी। ब्रॉडकास्टिंग क्षेत्र में भी नियमों में संशोधन करते हुए एफडीआई को 49 से बढ़ाकर 100 फीसदी कर दिया गया है। सरकारी आंकड़ों की माने तो साल 2015-16 में देश में एफडीआई बढ़कर 55.46 अरब डॉलर हो गया।
आर्थिक जानकारों की माने तो सरकार ने एफडीआई में 100 प्रतिशत मंजूरी देकर विदेशी निवेशकों के विश्वास को जीतने की कोशिश की है। गौरतलब है कि आरबीआई गवर्नर राजन के जाने के बाद भारतीय बाजार से विदेशी निवेशकों के भागने का खतरा बताया जा रहा था। सरकार के फैसले के बाद कई इंटरनेशनल एजेंसियों ने भारत को नंबर-1 एफडीआई डेस्टिनेशन के तौर पर रेट किया है।
हालाँकि इस वर्ष की पहली छमाही में ब्राजील और मैक्सिको समेत कई छोटे बाजारों ने भारत के मुकाबले विदेशों से अधिक निवेश आकर्षित किया। लेकिन ब्लूमबर्ग के आंकड़ों से पता चलता है कि भारत को 2016 में अब तक 2.8 अरब डॉलर का विदेशी संस्थागत निवेश (एफआईआई) प्रवाह हासिल हुआ। तुलनात्मक रूप से दक्षिण कोरिया ने 3.6 अरब डॉलर, ताइवान ने 5.3 अरब डॉलर और ब्राजील ने 3.3 अरब डॉलर निवेश आकर्षित किया।
मैक्सिको ने मार्च के अंत तक 2.1 अरब डॉलर का निवेश आकर्षित किया और इस आंकड़े में इजाफा हुआ है। अब सवाल उठता है कि इस संदर्भ में भारत की भागीदारी में कमी क्यों आई है? विश्लेषकों के अनुसार, सक्रिय फंड प्रबंधक वर्ष के शुरू से ही इस देश पर अपने सकारात्मक नजरिये में कटौती कर रहे हैं।
नए बदलाव इस तरह हैं
- रक्षा क्षेत्र में 100% FDI
- उड्डयन क्षेत्र में 100% FDI
- ई कॉमर्स में 100% FDI
- केबल नेटवर्क, मोबाइल टीवी, डीटीएच में 100% FDI
- ग्रीनफील्ड फार्मा में 100%
- ब्राउनफील्ड फार्मा में 74% FDI
- प्राइवेट सिक्युरिटी एजेंसी में 74% FDI
- पशुपालन में 100% एफडीआई