दिल्ली अपोलो में चल रहा था किडनी बेचने का गोरखधंधा
बहुचर्चित अपोलो अस्पताल के दक्षिण-पूर्व दिल्ली स्थित ब्रांच में किडनी का गोरखधंधा चलाए जाने की बात सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक अस्पताल में गैरकानूनी तरीके से किडनी बेचने का गोरखधंधा चलाया जा रहा था, जिसमें से तीन दलाल सहित कुल छह लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है।
दक्षिण-पूर्व रेंज के संयुक्त पुलिस कमिश्नर आरपी उपाध्याय ने बताया कि इस मामले में अब तक छह मुलजिमों की गिरफ्तारी हो चुकी है। किडनी के खरीदारों और इस धंधे में शामिल डॉक्टरों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
गुरुवार को पुलिस ने बताया कि इस रैकेट के मास्टरमाइंड का नाम अनीस है। वह किडनी ट्रांसप्लांट के लिए जरूरतमंदों को गैरकानूनी तरीके से किडनी बेचता था। यही नहीं, इसके लिए वह किडनी बेचने वालों का प्रबंध भी करता था।
सूत्रों की मानें तो एम्स में किडनी बेचने वाले तीन मुलजिमों की मेडिकल जांच कराई गई, जिसमें इस बात की पुष्टि हो गई कि उनकी किडनी निकाली गई थी। पुलिस के मुताबिक इस मामले में भी संबंधित कानून के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
फिलहाल पुलिस अनीस और उसके साथियों से पूछताछ कर रही है कि उनके संबंध किन-किन डॉक्टर्स से थे। उन मरीजों का भी पता लगाया जा रहा है, जिन्हें किडनी बेची गई थी। पुलिस को यकीन है कि डॉक्टरों की मदद से ही यह धंधा चल रहा था। ज्वाइंट कमिश्नर ने बताया कि छह मुलजिमों की गिरफ्तारी के साथ मामला अभी शुरू हुआ है। आने वाले दिनों में इसमें अभी और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।