सीवान जेल में डीएम और एसपी ने की छापेमारी !
बिहार की सीवान जेल में डीएम और एसपी ने छापेमारी कर दी है। पत्रकार राजदेव हत्याकांड में सीवान पुलिस ने बुधवार को सीवान जेल में छापेमारी कर मो शहाबुद्दीन से मिलने आए 50 से ज्यादा लोगों को हिरासत में ले लिया है।हिरासत में लिए गए लोगों में पूर्व चेयरमैन कृष्णा देवी का ड्राइवर भी शामिल है।डीएम महेंद्र कुमार और पुलिस अधीक्षक सौरव कुमार शाह के नेतृत्व में सीवान जेल में छापेमारी की जा रही है। शहाबुद्दीन के वार्ड में भी छापेमारी जारी है। मिली जानकारी के मुताबिक पत्रकार राजदेव रंजन हत्या कांड में प्रशासन को संकेत मिला है कि राजदेव की हत्या का फरमान जेल से ही जारी हुआ था। इस छापेमारी को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
सनद रहे कि 13 मई को पत्रकार राजदेव की हत्या के बाद से पुलिस निरंतर कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। छापेमारी के क्रम में पुलिस को मंगलवार को यह सूचना मिली थी कि सीवान जेल से पत्रकार राजदेव की हत्या से पहले 36 बार किसी व्यक्ति को फोन किए गए थे। ये फोन जेल से जिस व्यक्ति को फोन किया गया था वो हत्यास्थल पर मौजूद था। घटनास्थल पर खड़ा व्यक्ति की ओर से राजदेव की हत्या के तत्काल बाद सीवान जेल में फोन किया गया था। पुलिस को ये सूचना मिलने के बाद पुलिस उस व्यक्ति की गिरफ्तारी के लिए मंगलवार को यूपी रवान हो गई है। आज सीवान जेल में छापेमारी कर पुलिस शूटर का अता पता लगाने का प्रयास कर रही है।
पत्रकार राजदेव की हत्या का फरमान सीवान जेल से जारी हुआ था।पुलिस ने मिले कॉल डेट्ल के बाद यह अहम जानकारी मिली है।जेल में बंद अपराधियों की ओर से हत्या के तीन घंटा पहले से ही घटनास्थल पर खड़े व्यक्ति को मोबाइल किया जा रहा था। जेल से अन्तिम बार फोन हत्या के बाद घटनास्थल पर खड़े व्यक्ति की ओर से किया गया है।इसके बाद उस नंबर पर न तो कोई फोन आया और नहीं किया गया।लेकिन पुलिस को मोबाइल का अन्तिम लोकेशन यूपी का मिला है। पुलिस ने इस आलोक में यूपी और बंगाल फिलहाल अपनी छापेमारी कर रही है।
जेल से आने वाला फोन और हत्यास्थल पर खड़े व्यक्ति का फोन फर्जी पहचान पत्र पर लिया गया था। लेकिन, ये दोनों सीम कार्ड एक ही दुकान से जारी किए गए थे। पुलिस ने उस दुकानदार को हिरासत में लेकर फिलहाल पूछताछ कर रही है।
पुलिस अब ये पता लगाने का प्रयास कर रही है कि घटनास्थल पर खड़ा वो व्यक्ति कौन था, जिसके पास जेल से 36 बार फोन आया। यह व्यक्ति घटनास्थल पर दिन के दो बजे से क्या कर रहा था। जेल से फोन करने वाले व्यक्ति कौन है। पुलिस को अशंका है कि पत्रकार राजदेव का हत्यारा दूसरे राज्य का है।
इस बीच, जर्नलिस्ट मर्डर केस में मो. शहाबुद्दीन शक के घेरे में आ गए हैं। जानकारी के मुताबिक कुछ महीने पहले जेल से शहाबुद्दी की बिहार सरकार में मंत्री अब्दुल गफुर से मुलाकत की तस्वीरें वायरल हुई थी। सूत्रों के दावे है कि फोटो बाहर जाने से शहाबुद्दीन नाराज थे।पुलिस को अशंका है कि इससे नाराज शहाबुद्दीन ने पत्रकार की हत्या करवाई है।