दिल्ली नगर निगम चुनाव के परिणाम ने कांग्रेस में फूंकी जान, बीजेपी की बढ़ी परेशानी
दिल्ली नगर निगम के 13 वार्डो में हुए उपचुनावों के नतीजों से मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी को अलर्ट कर दिया है। दिल्ली नगर निगम चुनाव में उसे 13 वार्डो में से 10 में हार हाथ लगी। लेकिन इसमें सबसे बीजेपी के लिए सबसे बड़ी परेशानी की बात यह है की राजधानी दिल्ली में पहली बार निकाय चुनाव लड़ने वाली सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने पांच वार्डो में जीत दर्ज की। भाजपा केवल दो वार्डो में पकड़ बरकरार रख सकी और एक वार्ड में जीती।
बीजेपी के लिए हो सकता है खतरा : इस बार के दिल्ली नगर निगम चुनाव में कांग्रेस और आप पार्टी का बढ़त हासिल करना इस बात की तरफ इशारा कर रहा है की पिछले कई सालों से भाजपा एमसीडी पर काबिज बीजेपी की पकड़ कमजोर पड़ रही है। वैसे भारतीय जनता पार्टी का तीनो नगर निगम पर उसका कब्जा है लेकिन विरोधी दलों का बढ़ना अपने आप में बड़ा संकेत हैं। नगर निगम के इस चुनाव में बीजेपी को महज 3 सीटें ही मिली हैं।
कांग्रेस ने बचाई आन: वैसे नगर निगम चुनाव 5 सीटों को जितने वाली कांग्रेस के लिए यह एक मरहम की तरह है। एक तरफ जहां पर पांच विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल सामने आए उसके बाद जीत का मुंह देखना कांग्रेस के लिए थोड़ी राहत भरी बात तो जरुर है।
आम आदमी पार्टी : आम आदमी पार्टी ने इस नगर निगम के चुनाव से काफी उम्मीद थी की उन्हें बड़ी सफलता मिलेगी लेकिन वो नही मिल पाया। चुनाव के परिणाम से पहले आप ने अपनी जीत का भरोसा दिलाया था लेकिन अब उनके पाले में सिर्फ 5 सीटें ही आई हैं लेकिन अब आम आदमी पार्टी का अगला टार्गेट 2017 के नगर निगम चुनाव पर होगा की इस बार उन्हें नगर निगम सेंध लगाने का मौका मिल जाए।