पप्पू यादव पत्रकार राजदेव रंजन के परिवार से मिलने उनके पैतृक गांव पहुंचे
आज पप्पू यादव पीड़ित परिवार से मिलने सिवान में पत्रकार राजदेव रंजन के पैतृक गांव बिन्दुसार बुजुर्ग में पहुंचे जहाँ मातम छाया हुआ है. उन्होंने कहा कि उनके परिजनों पर पहाड़ टूट पड़ा है. ‘आज हमने राजदेव रंजन की पत्नी और परिजनों से मुलाकात की. बेटे ने मुखाग्नि दी है. इस दौरान में हमने जन अधिकार पार्टी (लो) की ओर से परिजनों को दो लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की’
बिहार में बढ़ते अपराध के लिए सीधे तौर पर नीतीश कुमार दोषी हैं. सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार वे खो चुके हैं. लालू प्रसाद चलने नहीं दे रहे, यह कहने से भी अब काम नहीं चलेगा. सीवान में शहीद पत्रकार राजदेव रंजन के परिजनों से मिलने के बाद हमने पत्रकारों से कहा कि बिहार का हाल है कि सड़कों पर जनता का खून बह रहा है और बिहार सरकार के मंत्री रेन डांस करने व स्नूकर खेलने में व्यस्त हैं.
बिहार की संवेदना का उपहास करने वाले इन मंत्रियों से नीतीश कुमार जी को इस्तीफा लेना चाहिए. वैसे नीतीश कुमार जी से कोई उम्मीद बची कहां हैं. बिहार की फिक्र वे करते भी नहीं. बिहार में खून की होली रोज खेली जा रही है और नीतीश कुमार जी प्रधान मंत्री बनने को दूसरे प्रदेशों में जाकर बैटिंग कर रहे हैं. हमें उनकी बैटिंग से कोई चिढ़ नहीं है. लेकिन बिहार को संभाल नहीं सकते तो बिहार को त्याग जरुर दें.
अपराधियों को संरक्षण देने के मामले में अभियुक्त नीतीश कुमार और लालू प्रसाद दोनों हैं. हम जानना चाहते हैं कि नवादा में बलात्कार के आरोपी राजबल्लभ यादव को टिकट किसने दिया था. गया में आदित्य सचदेवा के खून से जिसका हाथ सना है, उसे बढ़ावा किसने दिया. ट्रेन में छेड़खानी करने वाले सरफराज आलम को विधायक किसने बनवाया. पटना में युवती को अगवा करने के मामले में चर्चा में आये विधायक सिद्धार्थ को ताकत कहां से मिली. बाढ़ में पुटुस यादव की हत्या करने वाले अनंत सिंह को किसने पाला-पोसा है. गोपाल मंडल किसके बूतेे कोहराम मचाते रहे हैं. नीतीश कुमार जी, आपके सुशासन का लबादा उतर चुका है. जनता सच जान चुकी है. बिहार की चिंता अब सिर्फ यह है कि जान कैसे बचे और आपकी पुलिस सुरक्षा देने की स्थिति में है नहीं. अब जन अधिकार पार्टी चुप नहीं बैठेगी, पत्रकार के हत्यारों की गिरफ्तारी और परिवार को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन करेगी.