ब्रिटेन ने विजय माल्या को भारत डिपोर्ट करने से किया इनकार
ब्रिटेन ने भारतीय बैंकों के 9 हजार करोड़ के कर्जदार विजय माल्या को भारत डिपोर्ट करने से इनकार कर दिया है। ब्रिटिश सरकार ने भारत से ये भी कहा है कि वो माल्या के एक्सट्राडिशन (प्रर्त्यपण) पर फिर से विचार करे। हालांकि, ब्रिटेन की कैमरन सरकार ने ये भी कहा है कि वो माल्या पर लगे आरोपों पर गंभीर है और जांच के दौरान भारत की मदद करना चाहती है।
भारत के 17 बैंकों से 9 हजार करोड़ का कर्ज लेकर विदेश जा चुके विजय माल्या को अब भारत वापस लापना मुश्किल नजर आ रहा है। एक तरफ जहां कोशिश की जा रही है कि विजय मल्या को जल्द भारत लेकर आया जाए। वहीं ब्रिटेन ने माल्या को भारत डिपोर्ट करने से इंकार कर दिया है। इस मामले पर ब्रिटेन ने भारत से कहा है की मल्या के प्रत्यर्पण पर एक बार फिर से विचार करें। भारत से जाने के बाद विजय मल्या ब्रिटेन में हैं।
आपको बता दें की मीडिया खबरों के मुताबिक माल्या एनआरआई हैं और उनके पास 1992 से ब्रिटेन का रेजीडेंसी परमिट है। इससे पहले भारत ने विजय मल्या का पासपोर्ट रद्द कर चूका है। लेकिन उसके बाद विजय मल्या ब्रिटेन में रह सकतें हैं क्योकिं उनके पास वहां रहने का वैध वीजा है। फिलहाल इस मामलें पर केंद्र सरकार के सूत्रों का कहना है कि ब्रिटेन सरकार भारत के साथ 1993 की संधि के अनुसार विजय माल्या के प्रत्यर्पण पर विचार करने के लिए राजी हो गई है।