गोपालगंज के गंडक नदी के दियारा क्षेत्रों में तैयार फलों एवं सब्जियों की खेती पर लॉकडाउन का असर
गोपालगंज के बैकुण्ठपुर में गंडक नदी के दियारा क्षेत्रों में तरबूज, खीरा, ककड़ी, लौकी, करैला, नेनुआ आदि फलों एवं सब्जियों की खेती किये किसानों के माथे पर लॉकडाउन की घोषणा ने चिंता की लकीरें खींच दी है। उन्हें तैयार फलों एवं सब्जियों को विभिन्न मंडियों में पहुँचाने के लिए अब काफी जद्दोजहद का सामना करना पड़ रहा है।
कल तक गोपालगंज, छपरा, मुजफ्फरपुर आदि मंडियों में आसानी से तैयार फलों को ले जानेवाले किसानों को अब काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। किसान बताते है कि सुबह 7 बजे से 11 बजे तक दुकाने खुली रखने के आदेश के कारण तैयार फलो को सुबह ही लेकर मंडी पहुँचना पड़ रहा है।
मालूम हो कि गंडक नदी के किनारे स्थित प्यारेपुर, आशा खैराव, भोरहा, बनौरा, फैजुल्लाहपुर आदि गांवो के सैकड़ो किसान महाजनो से लाखो रुपये कर्ज लेकर गंडक नदी के दियारा क्षेत्र में तरबूज आदि फलों एवं सब्जियों की खेती करते हैं। इन किसानों की जीविका का यही एकमात्र साधन है। लगभग 3 माह की कड़ी मेहनत की बदौलत वे अपने परिवार के लिए सालभर के लिए जीविकोपार्जन की व्यवस्था करते हैं। सरकार द्वारा मालवाहक वाहनों की आवाजाही में छूट दिए जाने के बावजूद इन किसानों को तैयार फलों को मंडियों में भेजने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे इन किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आयी है।