गोपालगंज

गोपलागंज: ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन, अश्विन पोर्टल व इमरजेंसी एंबुलेंस पोर्टल का सीएम करेंगे उद्घाटन

गोपलागंज: जन-समुदाय को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए विभाग की ओर से हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। इसको लेकर सरकार भी प्रतिबद्ध है। सुदुर ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन की सुविधा प्रारंभ की जायेगी। रविवार को सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई कार्यक्रमों का शुभारंभ करेंगे।

मुख्यमंत्री के द्वारा रविवार को ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन, अश्विन पोर्टल, वंडर ऐप, 102 बिहार इमरजेंसी एंबुलेंस पोर्टल की लॉन्चिंग की जाएगी । इसको लेकर विभागीय तैयारी लगभग पूरी कर ली गयी है। मुख्यमंत्री के द्वारा राज्य के 1700 स्पोक्स (स्वास्थ्य उपकेंद्रों) पर ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा का शुभारंभ किया जायेगा। शुभारंभ के लिए चिह्नित 1700 स्पोक्स (स्वास्थ्य उपकेंद्रों) एवं 221 हब्स ( प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों/अन्य अस्पताल ) को ई-संजीवनी पोर्टल पर एएनएम एवं चिकित्सा पदाधिकारियों को मैप करते हुए सूची उपलब्ध करायी गयी है। सभी स्तर पर प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है| साथ ही ड्राई रन भी किया जा चुका है। ई संजीवनी टेलीमेडिसिन शुभारंभ के लिए लैपटॉप, वेबकास्टिंग के लिए टीवी स्क्रीन, साउंड सिस्टम और कम से कम दो सेवा प्रदाताओं की उपलब्धता सुनिश्चित करनी है। गोपलागंज जिले के दो प्रखंड बरौली और हथुआ में टेलीमेडिसिन की सुविधा शुरू की जाएगी। जिसमे 26 स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर यह सुविधा प्रदान की जायेगी।

ऑन लाइन मिलेगी एंबुलेंस 102 की सेवा: एंबुलेंस सेवा 102 को ऑनलाइन लाइव भी किया जा रहा है। मरीजों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए एक नया मोबाइल एप लंच किया गया है। जिसके तहत राष्ट्रीय 102 एंबुलेंस सेवा की निगरानी की जायेगी। इस पोर्टल की लंचिंग सीएम नीतीश कुमार के द्वारा की जायेगी । इस एप्लीकेशन से अधिकारी एम्बुलेंस की रियल टाइम ट्रैकिंग कर सकेंगे। 102 एंबुलेंस अब आसानी से हर किसी के लिए सुलभ होगी। लाइव लोकेशन ट्रेस करने के लिए इन्हें मोबाइल एप से जोड़ा जा रहा है। इसके माध्यम से पल-पल की जानकारी कंट्रोल रूम के साथ ही एंबुलेंस के लिए कॉल करने वालों को मिलती रहेगी। जैसे ही कोई मरीज या परिजन 102 एंबुलेंस के लिए कॉल करेगा, संबंधित के पास मैसेज चला जाएगा। इसमें चालक, टेक्नीशियन के मोबाइल नंबर, एंबुलेंस के नंबर लिंक होंगे। इस लिंक को खोलने पर एंबुलेंस की लाइव लोकेशन मिलती रहेगी। टेक्नीशियन को भी मरीज के पास पहुंचने पर संबंधित जानकारी एप पर डालनी होगी। साथ ही किस अस्पताल में ले जा रहे हैं, यह भी विवरण दर्ज कराना होगा। एंबुलेंस में पहले से जीपीएस लगा है। मोबाइल एप से निगरानी और बेहतर होने का दावा है।

आशाओं के लिए अश्विन पोर्टल की लांचिंग: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा आशा कार्यकर्ताओं के लिए अश्विन पोर्टल भी लांच किया जायेगा। सरकार द्वारा आशा कार्यकर्ताओं के लिए जारी अश्विन पोर्टल आशा वर्कर परफारमेंस एंड इंसेंटिव पोर्टल के माध्यम से आशा अपना दावा प्रपत्र एवं अश्विन पोर्टल पर लोड करेगी। जिसके बाद वह एएनएम के पास पहुंच जाएगा, एएनएम द्वारा सत्यापन के पश्चात संबंधित प्रखंड के बीसीएम द्वारा सत्यापित किया जाएगा। सरकार ने आशा के प्रोत्साहन राशि के भुगतान के लिए ई अश्विन पोर्टल लांच किया है। जिसके माध्यम राज्य से ही आशा का प्रोत्साहन राशि का भुगतान उसके बैंक खाते में कर दिया जाएगा। जिससे आशा कार्यकर्ताओं को ससमय प्रोत्साहन राशि उपलब्ध हो सकेगा। जिससे आशा पूरे मनोभाव से अपने कार्यों का निष्पादन कर सकेंगी ।

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