गोपालगंज: भाकपा माले ने किसानों के विरुद्ध पारित कानून के खिलाफ प्रधानमंत्री का फूंका पुतला
गोपालगंज: किसान विरोधी तीनो कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर देश भर के किसान सड़क पर उतरे है। उनकी मांग को मानने व वापस लेने के बजाय मोदी सरकार उनके आवाज को दबाने के लिए दमन का सहारा ले रही है। हम इस दमन की कड़ी शब्दो मे निंदा करते है तथा तत्काल किसान विरोधी, मजदूर विरोधी कानून को वापस लेने की मांग करते है। उक्त बातें भाकपा माले के जिला सचिव इंद्रजीत चौरसिया ने किसानों पर हो रहे दमन के खिलाफ राज्यवयापी कार्यक्रम के दौरान शहर में जुलुश निकाल कर मौनिया चौक पर प्रधानमंत्री का पुतला फूंका और सभा की तथा सभा के दौरान उक्त बातें कही।
इंद्रजीत चौरसिया ने कहा कि कोई भी कानून जनता के लिए बनाया जाता है। यह ऐसा कानून है कि इस कानून के खिलाफ जनता सड़को पर है। वैसी स्थिति में निश्चित ही कानून को वापस ले लेना चाहिए। मगर मोदी सरकार इस कानून को वापस लेने के लिए तैयार नही है। तो वैसी स्थिति में समझ लेना चाहिए कि यह मोदी सरकार कुछ मुट्ठी भर लोगो के लिए यानी कारपोरेट घरानों के लिए यह कानून बनायीं है। भाकपा माले किसानों के आंदोलन के साथ है। इस आंदोलन को और आगे बढ़ाएगा।
सभा को सम्बोधित करते हुए इनौस राज्य परिषद सदस्य अजात शत्रु ने कहा कि मोदी हुकूमत देश मे तानाशाही रवैया अपनाये हुए है और अपने सत्ता का दुरुपयोग करके देश मे किसानों के खिलाफ देश के जवानों को खड़ा कर दिया है। वर्तमान सरकार जनमानस में सांप्रदायिकता का जहर बोने का काम कर रही है। नेताओं द्वारा किसान विरोधी तीनों काले कानूनों को वापस लेने की मांग की गई।
मौके पर आइसा नेता धनंजय सिंह, धर्मेंद्र शर्मा, जितेंद्र यादव, अरफान अली, अंसार आलम, शफी आलम, राजाराम मांझी, इद्रजीत चौरसिया जिला सचिव भाकपा माले समेत अनेक लोग शामिल हुए।