गोपालगंज: बिहार विधान सभा में उठा रामाश्रय सिंह हत्या कांड का सीबीआई द्वारा जांच करने का मांग
गोपालगंज के भोरे के चर्चित व्यवसायी रामाश्रय सिंह हत्या कांड का मामला बिहार विधानसभा में सोमवार को जोरदार तरीके से उठा। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आपने वादे के मुताबिक विधानसभा सत्र के दौरान बिहार में तेजी बढ़ रहे अपराध पर सरकार को घरते हुए कहा कि अगर सुशांत सिंह राजपुत के मामले में सीबीआई जांच हो सकती है, तो रामाश्रय सिंह के मामले में क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि एक साल पहले रामाश्रय सिंह की भोरे में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इसमें हाई कोर्ट ने साफ तौर पर आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए आदेश दिया है, उसके बाद भी आरोपी खुलेयाम घुम रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनसीआरबी के आंकड़े के अनुसार बिहार में 2005 से अब तक साढ़े चार गुना अपराध बढ़ गया है। गौरलतब हो कि पिछले साल 6 जून को व्यवसायी रामाश्रय सिंह की गोली मार कर उनके नवर्निमित पेट्रोल पंप पर हत्या की दी गई थी। इस मामला में किसी भी नामजद आरोपी की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है। इसकी वजह से पिछले दो महीने से पीड़ित परिवार आंदोलन कर रहा है। फिलहाल हाई कोर्ट के आदेश के बाद सीआईडी ने भी इस केस को ट्रू कर दिया है।
रक्षाबंधन के दिन निभाया बहन के राखी का वादा : पिछले महीने रामाश्रय सिंह की पत्नी सुनीता सिंह ने भोरे में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अमरण अनशन किया था। अमरण अनशन के पांचवे दिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भोरे में आए थे। उन्होंने सुनिता सिंह से वादा किया था कि वह अनशन तोड़ दें और मैं इस मुद्दे को बिहार विधानसभा में उठाउंगा। सनीता सिंह ने उस दौरान तेजस्वी को राखी बांध कर अनशन खत्म किया था और तेजस्वी को अपना भाई बनाया था। इसे संयोग ही कहें कि तेजस्वी यादव ने अपने बहन के राखी का वादा रक्षाबंधन के दिन ही इस मुद्दे को उठा कर निभाया है।