गोपालगंज: बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुचे डीएम और एसपी, बाढ़ पीड़ितों से मिलकर लिया जायजा
गोपालगंज में बरौली प्रखंड का 12 पंचायत जहा बाढ़ से प्रभावित है। वही बाढ़ की चपेट में बरौली प्रखंड मुख्यालय का पूरा इलाका आ गया है। यहाँ बरौली नगर पंचायत के सभी वार्ड जलमग्न हो गए है। सडको पर पानी की तेज धारा बह रही है। पानी की धारा इतनी तेज है की यहाँ सडको पर चलना खतरनाक है। गाडिओ के बहने का डर है। आम से लेकर ख़ास सबकी परेशानी बढ़ गयी है। लोग किसी तरह अपने घर में जल कैदी बने हुए है। यहाँ गंडक की तेज धारा सडक से लेकर मैदान और घर हर तरफ बह रहा है। ऐसे हालात में जिला प्रशासन को बाढ़ प्रभावित इलाको में राहत सामग्री पहुचाने में भी दिक्कते ना रही है। बरौली में एनडीआरएफ की 8 बोट को लगाया गया है। एनडीआरएफ की टीम के द्वारा अधिकारिओ को और राहत सामग्री को जरुरतमंदो के बीच पहुचाया जा रहा है। लोग अपने घरो की छतो पर टकटकी लगाये हुए है। उन्हें उम्मीद है की अधिकारी और कर्मचारी उनके पास घरो तक राहत सामग्री लेकर आयेंगे।
गोपालगंज के डीएम अरशद अजीज ने बताया की उन्हें शिकायत की गयी थी की बरौली का नवादा पंचायत सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित है। यहाँ किसी भी तरह का कोई राहत शिविर या कम्युनिटी किचेन का आयोजन नहीं किया गया है। यहाँ कई फीट सडको पर बह रहे पानी में चलने के बाद टीम एनडीआरएफ की बोट से नवादा पहुची। यहाँ नवादा पंचायत का बभनौली और चन्दनटोला सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित गाँव है। हांलाकि नवादा गांव के चारो तरफ पानी बह रहा है। लेकिन पंचायत भवन और वहा का पूरा गांव ऊँचे स्थान पर है। इसलिए वहा लोगो के घरो में बाढ़ का पानी नही घुसा है। डीएम अरशद अजीज यहाँ नवादा पंचायत भवन पहुचे। वहा कम्युनिटी किचेन में खिचड़ी की व्यवस्था की गयी है। यहाँ सैकड़ो लोग बच्चे किचेन में खाना रहे है। लोगो ने डीएम ने दुसरे गांवो में भी खाने की व्यवस्था और राहत सामग्री की मांग की है।
डीएम ने कहा की उन्होंने बरौली के तीन पंचायतो का दौरा किया। वहा चलाये जा रहे राहत शिविर चलाये जा रहे है। नवादा पूरी तरह जलमग्न नहीं है। उसके चारो तरफ पानी घिरा हुआ है। लेकिन वहा गांव में पानी नहीं है। सिर्फ दो वार्ड ही बाढ़ से प्रभावित है। यहाँ एयरफोर्स के द्वारा एयर ड्रोपिंग की करायी गयी है। यहाँ परिचालन भी ठप्प हो गया है। लेकिन लोगो को प्रशासन के द्वारा हर संभव राहत भेजने की कोशिश की जा रहीं है।