गोपालगंज: शादी-ब्याह के अवसरों पर नाच-गाकर पैसा कमाने वाले किन्नर आज भुखमरी के कगार पर
गोपालगंज में कोरोना के कुल 18 पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद पदाधिकारियो ने जहा लॉक डाउन का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है। वही कोरोना वायरस को लेकर सामाजिक दूरी के कारण जन्म और शादी-ब्याह जैसे अवसरों पर नाच-गाकर पैसा कमाने वाले किन्नर आज भुखमरी के कगार पर है। बीते मार्च महीने से देश में लॉक डाउन है। जिसकी वजह से इन किन्नर समाज के लोगो की आमदनी ठप्प हो गयी है और वे अब आर्थिक बदहाली से गुजर रहे है।
गोपालगंज के सिधवलिया प्रखंड के जलालपुर के छोटे से बाजार में लॉक डाउन में फंसे किन्नर पूजा दास और प्रिय मुखर्जी थोड़ी बहुत जमापूंजी से एक माह गुज़ार चुके हैं। अब इनके पास न खाने के लिए पैसे है और न कोई मददगार। ये खाने के लिए दाने-दाने को मोहताज हो गये हैं। दिल्ली और कोलकाता के रहने वाली किन्नर पूजा दास और प्रिया मुखर्जी के मुताबिक ये लोग 6 माह पूर्व यहाँ आर्केस्ट्रा के जरिये प्रोग्राम करने गोपालगंज आई थी। लेकिन अचानक मार्च महीने में लॉक डाउन घोषित कर दिया गया। लॉक डाउन और कोरोना वायरस के कारण इनको कोई काम नही मिल रहा है। नाच-गाने और बधाइयों के लिए अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। आर्थिक तंगी से जूझ रहे ये किन्नर अपने घर कोलकाता और दिल्ली जाने के लिए लॉकडाउन बीतने का पल-पल इंतजार कर रही है। इनका कहना है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन की ओर से भी अबतक कोई राहत सामग्री नहीं मिला है। जिससे दाने-दाने को मोहताज हैं।
वही सदर एसडीएम उपेंद्र कुमार पाल ने बताया कि अभी उनको इस मामले की जानकारी मिली है। उन्होंने कहा की प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दे दिया गया है। आज शाम तक या कल तक जल्द ही राहत सामग्री उन लोगो तक पहुंच जायेगी।