गोपालगंज में हुए बारिश और ओलावृष्टि से हर तरफ हुआ फसलो का नुकसान, किसान हुए मायूस
गोपालगंज में बारिश हुई और ओलावृष्टि से हर तरफ नुकसान हुआ। यहाँ खेतो में खड़ी गेहू की फसल और सरसों की फसल को ज्यादा नुकसान हुआ। खड़ी फसल खेतो में लेट गयी. जिसकी वजह से गेहू और सरसों की जो पैदावार होनी चाहिए थी। वह नहीं हो सका।
हथुआ प्रखंड के किसान विजय गिरी के मुताबिक इन्होंने 4 बीघे में गेँहू की खेती की थी। पहले बारिस के कारण खेत में बिज सड़ गया। दुबारा उधार खाद बीज लेकर गेँहू की बुआई की। जब फसल तैयार हुआ तो दो बार बारिस व ओलावृष्टि के कारण गेँहू का फसल गिर गया। खेतो में पानी लगने से भी दूसरी फसलो और सब्जिओ को ज्यादा नुकसान हुआ। जिसका खामियाजा यहाँ के किसानो को भुगतना पड़ रहा है।
उचकागांव प्रखंड के किसान हरिलाल के मुताबिक उन्होंने भी 2 बीघा गेंहू और तेलहन की खेती किये थे। लेकिन बरसात और पत्थल गिरने से उनकी पूरी फसल बर्बाद हो गयी है। मन बहुत दुखी है। उनकी फसल अब पूरी तरह बर्बाद हो गयी है। अब उनकी फसल सिर्फ जलावन के ही काम आयेगी।
जिला कृषि विभाग के आंकड़े के मुताबिक जिले में 80 हजार हेक्टेयर में गेहू की खेती की गयी है। जबकि करींबी 20 हजार हेक्टेयर में सरसों और अन्य दलहन तिलहन फसलो का उत्पादन किया गया है। लेकिन अभी तक बारिश और ओलावृष्टि से कितनी हेक्टेयर में फसल का नुकसान हुआ है। इसका आकलन नहीं किया जा सका है।
वही जिला पदाधिकारी अरशद अजीज ने बताया कि पूर्व में हुए फसल छती का आंकलन कराया गया था लेकिन 13,14 मार्च को हुए बारिश से हुई क्षति का आकलन कराया जा रहा है। नियम के तहत फसल क्षति पूर्ति की राशि किसानों को दी जाएगी।