गोपालगंज: कर्मचारी के बदले छोटा भाई निबटाता है सरकारी काम, खुलेआम करता है पैसे की डिमांड
गोपालगंज में भ्रष्टाचार की जड़े इस कदर गहरी हो गयी है कि यहाँ आये दिन कर्मचारियो के द्वारा घुस लेने का विडियो वायरल होता रहता है। ताजा मामला बैकुंठपुर के हमीदपुर पंचायत का है। जहा का हल्का राजस्व कर्मचारी के बदले उसका छोटा भाई खुलेआम सरकारी काम निबटाता है। वह काम के बदले खुलेआम पैसे की डिमांड करता है। उसे न तो अपनी नौकरी खोने का डर है और न ही घुस लेने क आरोप में गिरफ्तार होने का। वह बस पैसे वसूली के लिए अपनी रेट तय करता है। पैसे मिलने के बाद काम निबटाने की गारंटी देता है। लेकिन जब राजस्व कर्मचारी से कैमरे के सामने सवाल किया जाता है। तब उसकी प्रतिक्रिया क्या होती है। जरा इस रिपोर्ट में देखिये।
अब जरा गौर से इस विडिओ को देखिये। इस विडियो में पैसे की लेनदेन करने वाले इस सख्श का नाम है छोटू सिंह है। यह व्यक्ति न तो राजस्व कर्मी है और न ही कोई अन्य विभाग का सरकारी कर्मचारी। लेकिन ये व्यक्ति खुलेआम बैकुंठपुर के अंचल कार्यालय में बैठता है। गोपनीय सरकारी फाइल देखता है और धडल्ले से सरकारी काम यानी दाखिल ख़ारिज का काम निबटाता है। दरअसल छोटू सिंह हमीदपुर पंचायत के राजस्व कर्मी सुनील सिंह का भाई है। लेकिन दाखिल ख़ारिज से सम्बंधित हो अन्य कोई भी सरकारी काम छोटू सिंह ही निबटाता है। इस वायरल विडियो में साफ़ सुना जा सकता है की उसे प्रत्येक दाखिल ख़ारिज के बदले 15 सौ रूपये और ऑनलाइन करने के नाम पर दो सौ रूपये चाहिए। अगर आपने 17 सौ रूपये इस अवैध कर्मी को नहीं दिए गए तो आपकी जमीन को अवैध घोषित करते हुए आपका दाखिल ख़ारिज का आवेदन निरस्त कर दिया जायेगा।
इस मामले में जब आवाज़ टाइम्स की टीम ने बैकुंठपुर प्रखंड मुख्यालय में पहुचकर राजस्व कर्मी सुनील सिंह से कैमरे के सामने बात करने की कोशिश की तो राजस्व कर्मी उलटे पैर भाग खड़ा हुआ। आप खुद देख सकते है की कैसे वह आराम से बिना जवाब दिए अंचल कार्यालय से निकल रहा है।
इस वायरल विडियो को लेकर जब बैकुंठपुर के सीओ पंकज कुमार से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा की इस वायरल विडियो को उन्होंने भी अभी देखा है। इस विडियो के देखने के बाद तत्काल आरोपी राजस्व कर्मचारी से शो कॉज नोटिस दिया गया है। इस नोटिस के जवाब के बाद आगे की करवाई की जाएगी। इसके साथ ही यह गंभीर आरोप है की कैसे कोई बाहरी आदमी गोपनीय सरकारी दस्तावेजो को देखता है और सरकारी काम निबटाता है। इसको लेकर भी अरोपियो के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी जाएगी।
बहरहाल ये कोई पहला मामला नहीं है। लेकिन अब बड़ा सवाल है की आखिर कैसे कोई आदमी अपने भाई के बदले वर्षो से काम निबटा रहा हो और इसकी भनक अधिकारिओ को न लगी हो। अब देखना है कबतक आरोपिओ के खिलाफ कड़ी करवाई होती है।