हमें कोई शर्म नहीं कि हमारे ऊपर धारा 124 A लगी – उमर खालिद
शुक्रवार को अंतरिम जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद उमर खालिद ने अपने पर लगे देशद्रोह के आरोपों और धारा 124 A के बारे में बोलते हुए कहा कि हमें कोई शर्म नहीं कि हमारे ऊपर धारा 124 A लगा। हमें गर्व है कि हमारे ऊपर ऐसी धारा लगी, जो हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों के ऊपर और विनायक सेन, अरुंधति रॉय जैसे लोगों के ऊपर लगाए गए।’ सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘भगत सिंह ने जो भूरे अंग्रेज कहा था, वह शायद इन्हीं के लिए कहा था।’
उम्र खालिद ने कहा कि जो लोग भी सत्ता के खिलाफ लड़ते आए हैं, उनके विरोध को वह और JNU छात्र आगे लेकर जाएंगे। साथी ही उमर खालिद ने मीडिया की भूमिका के बारे में बोलते हुए कहा कि उनके और उनके साथियों के गिरफ्तार हो जाने के बाद भी मीडिया ट्रायल चलता रहा। पुलिस के साथ जेल में अपने अनुभव और पूछताछ का जिक्र करते हुए उमर ने कहा, ‘पुलिस ने मुझे मेरी ही एक तस्वीर दिखाते हुए कहा कि उन्हें वह तस्वीर खुफिया ब्यूरो ने दी है। मैंने उनसे कहा कि यह तस्वीर मेरे फेसबुक पेज पर है।’
खुद के जैश-ए-मुहम्मद का आतंकी होने के आरोपों का संदर्भ देते हुए उमर ने कहा, ‘मैं खुद को एक मुस्लिम उम्मीदवार, मुस्लिम छात्र की तरह पेश नहीं करता, लेकिन फिर भी मेरे साथ इस्लामिक आतंकवादी की तरह बर्ताव किया गया।’ मुस्लिम समुदाय का जिक्र करते हुए उमर ने अपील की, ‘मुस्लिम देशभक्त थे। यह हमारे लिए अपनी देशभक्ति साबित करने का समय है। हमसे बार-बार कहा गया है कि हम अपनी देशभक्ति साबित करें।’
JNU परिसर में 9 फरवरी को हुए विवादित कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर देशद्रोही नारे लगाए जाने को लेकर उमर खालिद और आर्निबन को गिरफ्तार किया गया था। शुक्रवार को उमर खालिद और आर्निबन को दिल्ली की अदालत ने 6 महीने की अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया। कन्हैया की ही तरह उमर ने भी परिसर में लौटकर छात्रों और शिक्षकों को संबोधित किया।
उमर खालिद ने कहा, ‘साथियों, मुझे समझ में नहीं आ रहा कि मैं अपने इमोशन्स को किन शब्दों में बताऊं। मैं बोलना चाहूंगा कि अगर सरकार और RSS को लग रहा था कि हममें से कुछ को निशाने पर लेकर वह हमारी एकता को तोड़ सकती है, तो वे कितने बड़े मुगालते में थे। मैं आज खुद को ज्यादा मजबूत महसूस कर रहा हूं।’