गोपालगंज में ठेकेदार रामाशंकर सिंह के जिंदा जलने के मामले में तीसरे दिन भी नहीं सुलझी गुत्थी
गोपालगंज में भ्रष्टाचार की भेट चढ़े ठेकेदार रमाशंकर सिंह के हत्याकांड से जुड़े सभी आरोपी अभी तक पुलिस की पकड से बाहर है। वही जाँच टीम घटना के तीन दिन बाद भी किसी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुच पायी है। जबकि मृतक ठेकेदार के परिवार वालो को अभी भी न्याय की दरकार है।
गोपालगंज नगर थाना के राजेंद्र नगर मोहल्ले में स्थित ठेकेदार रमाशंकर सिंह के घर में बीते तीन दिनों से कोहराम मचा हुआ है। घर के सभी सदस्य न खा पा रहे है और न ही चैन से सो पा रहे है। क्योकि ये सुशासन की सरकार है। सुशासन का दावा करने वाली सरकार की आंखे खोलने वाली इस रिपोर्ट में वजह साफ़ है क्योकि घुस की रकम नहीं देने पर इस घर के मुखिया की जिन्दा जलाकर हत्या कर दी गयी थी। हत्या का आरोप किसी और कोई नहीं जलसंसाधन विभाग के बड़े पदाधिकारी चीफ इंजिनियर, अधीक्षण अभियंता और कार्यपालक अभियंता पर है।
परिजनों का आरोप था की उनके द्वारा जलसंसाधन विभाग में करीब डेढ़ करोड़ की अनुमानित लागत से आलीशान भवन का निर्माण कराया गया था। इस निर्माण के दौरान एस्टीमेट से कई लाख ज्यादा पैसे के जबरन काम कराये गए और जब विभाग पर 60 लाख का बकाया की मांग की गयी तब उनसे 15 लाख का घुस माँगा गया। इसी घुस की राशि को लेकर बीते 29 अगस्त को ठेकेदार रमाशंकर सिंह की चीफ इंजिनियर के आवास पर जलकर मौत हो गयी। मौत के बाद से इस घर का मुखिया अब दुनिया में नहीं रहे।
सुशासन की सरकार में मामले की जाँच के एसआईटी का गठन किया गया। आर्थिक अपराध की इकाई की टीम से जांच करवाया गया। फॉरेंसिक टीम, सीआईडी की टीम और न जाने कौन कौन सा विभाग मामले की जाँच कर रहा है। लेकिन नतीजा अभी तक सिफर ही साबित हुआ है।
मृतक ठेकेदार के बड़े भाई शिवशंकर सिंह के मुताबिक आज इस घटना के 48 घंटे से ज्यादा बीत गए है। किसी भी अधिकारी की गिरफ़्तारी नहीं हुई है। सिर्फ सस्पेंसन से कोई काम नहीं चलेगा। उनके भाई ने करीब 1 करोड़ 85 लाख का काम किया था। एस्टीमेट से करीब 40 लाख 45 लाख ज्यादा का काम करवाया गया। उसका कोई कागजात भी नहीं दिया गया था। अब सरकार से बस यही गुजारिश है की उनके भाई के सभी बकाये पैसे का भुगतान कराया जाए।
वही पीड़ित परिजनों से लगातार दो दिनों मिलकर उन्हें सान्तवना देने पहुचे जदयू के पूर्व विधायक व प्रदेश महासचिव मंजीत सिंह ने कहा की मीडिया द्वारा लगातार इस मामले में खुलासा कर रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीफ इंजिनियर के घर से लाखो रूपये कैश और सोना बरामद किया गया है। हर विभाग से मामले की जाँच करायी जा रही है। सीएम नीतीश कुमार की मोनिटरिंग में पूरा मामला खंगाला जा रहा है।
जदयू नेता कहा की सभी आरोपी अधिकारिओ से सम्बंधित मामले की जाँच करायी जा रही है। उनके ऊपर क़ानूनी शिकंजा लगातार कस रहा है। इसलिए कोई भी आरोपी बचेगा नहीं।
बहरहाल पुलिस और विभाग की जाँच रिपोर्ट चाहे जो भी हो लेकिन भ्रष्टाचार की भेट चढ़े इस पीड़ित परिवार को बस न्याय की दरकार है ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना दोबारा न हो सके।