गोपालगंज: धूमधाम से मनाया गया भाई-बहन के प्यार का प्रतीक ‘रक्षाबंधन’ का पवित्र त्योहार
गोपालगंज समेत पुरे देश में भाई-बहन के प्यार का प्रतीक ‘रक्षाबंधन’ का पवित्र त्योहार हर्षोल्लास से मनाया गया। बहन ने भाई की कलाई पर प्रेम की डोर बांधी, तो भाई ने भी बहनों की जीवन भर रक्षा करने का संकल्प लिया। खास बात रही कि हर भाई ने बहन को जो उपहार भेंट किए, बहन ने भी उसका कीमत से नहीं आंका, बल्कि उसमें छिपे प्यार को महत्व दिया।
गुरुवार सुबह से ही रक्षाबंधन पर्व पर राखी बांधने का सिलसिला शुरू हो गया। बहन ने भाई के माथे पर लाल तिलक लगाकर हाथ की कलाई में रक्षा सूत्र बांधा और मिठाई खिलाई। इसके बाद भाइयों ने बहनों को उपहार भेंट किए।
रक्षाबंधन पर्व पर मिठाई की खास मांग रहती है। सुबह से ही मिठाई की दुकानों पर लोग लगनी शुरू हो गई। वहीं, बहनें अपने भाई की पसंदीदा मिठाई खरीदती नजर आई। इनमें काजू कतली, रसगुल्ले, गुलाब जामुन, मिल्क केक, घेवर आदि की जमकर खरीददारी हुई।
सूचना क्रांति के युग में सोशल साइट्स को अपनी अभिव्यक्ति जाहिर करने का सबसे बेहतर माध्यम समझा जाता है। रक्षाबंधन पर्व पर भी भाइयों ने सोशल मीडिया पर अपनी बहनों के प्रति प्रेम का खुलकर इजहार किया। कई युवा अपनी बहनों से जुड़े दिलचस्प वाक्य साझा करते नजर आए तो किसी ने अपनी बहन की रक्षा एवं उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
ऐसा नहीं है कि रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है, बल्कि इस प्रेम के पर्व को पर्यावरण प्रेमियों ने भी प्रकृति के साथ मनाया। कई पर्यावरण प्रेमियों ने पेड़ों में रक्षासूत्र बांधकर प्रकृति की रक्षा का संकल्प लिया।
इस बार 19 साल बाद स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन एक साथ मनाने का योग बना है। इससे पहले वर्ष 2000 में स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन एक ही दिन ही पड़े थे। विशेष यह कि रक्षाबंधन को सिद्धि योग में रक्षासूत्र बांधे जाएंगे।