गोपालगंज: छेड़खानी के बाद युवती की हत्या मामले में डीजीपी ने लिया संज्ञान, बारिकी से होगी जांच
गोपालगंज में छेड़खानी के बाद युवती के हत्या मामले में खुद सूबे के डीजीपी ने संज्ञान लिया है। उन्होंने पूरे मामले का बारिकी से जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है। पुलिस महानिदेशक ने पुरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए एसपी रशीद जमां को आदेश दिया है।
बता दें कि मंगलवार की सुबह विजयीपुर थाना के फरुसहा गांव के छोटे मिश्रा की 19 वर्षीय पुत्री कस्तूरी कुमारी घर से सुबह शौच के लिए गई थी। तभी उसी गांव के रुदल गुप्ता के पुत्र यशवंत गुप्ता, सर्वेश गुप्ता तथा अखिलेश गुप्ता उसका रास्ता रोक कर पहले छेड़खानी किया। जब उसने विरोध किया तो तीनों लड़कों ने दुपट्टा से उसका गला घोंटकर हत्या कर दी। मीडिया एवं अन्य माध्यम से मामले की जानकारी डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय को मिलने के बाद उन्होंने मामले में तुरंत संज्ञान लिया है। तथा एसपी को बारिकी से जांच कराने एवं दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
जब इस मामले में विजयीपुर के थानाध्यक्ष अब्दुल मजीद से बात की गई तो उन्होंने कहा कि युवती खुद सुसाइड की है। गला घोंटने की बात पूरी तरह से गलत है। थानाध्यक्ष ने बताया की अभी तक के अनुसंधान में यह बात सामने आई है कि युवती के साथ उसमे से एक युवक से बातचीत होती थी। घटना के रात वह गांव में किसी शादी समारोह में गई थी। उस दौरान उसने उससे बात की जिसकी जानकारी परिजनों को लग गई। परिजनों ने उस युवक की पिटाई की। परिजनों को जानकारी लगने के बाद युवती ने लोक लाज और परिवार के प्रतिष्ठा को देखते हुए सुसाइड कर लिया।
इस मामले में जब एसपी रशीद जमां से बात की गई तो उन्होंने कहा की नामजद तीनों लड़कों की गिरफ्तारी घटना के बाद ही करा ली गई थी। अब एसआईटी का कोई मतलब नहीं है। वैसे अगर ऐसा कोई आदेश आता है तो मामले की विधिवत जांच करा कार्रवाई की जाएगी।
वहीं परिजनों ने आरोप लगाया है कि घटना के छह घंटे बाद भी थानाध्यक्ष पीओ पर नहीं पहुंचे। वही उनके द्वारा बार-बार धमकी भी दिया जाता रहा। जिसके बाद परिजन खुद युवती के शव को लेकर थाना पहुंच गये। हालाकिं परिजनों के शिकायत के बाद डीजीपी द्वारा थानेदार के इस तरह के कुकृत्य की भी जांच कराने के निर्देश दिए है।
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