हमें देश में आजादी चाहिए, देश से नहीं – कन्हैया कुमार
JNU छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने तीन सप्ताह बाद जेल से रिहा होकर JNU परिसर में लौटने पर गुरुवार रात छात्रों को संबोधित किया और कहा की देश के भीतर स्वतंत्रता चाहते हैं ना कि भारत से।
कन्हैया ने कहा कि उनके प्रधानमंत्री के साथ कई मतभेद थे लेकिन वह उनके ‘सत्यमेव जयते’ वाले ट्वीट से सहमत हैं जो उन्होंने JNU विवाद पर लोकसभा में मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के उग्र लहजे वाले भाषण पर किया था क्योंकि यह संविधान में है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत से आजादी नहीं चाहते हैं। हम भारत के भीतर आजादी चाहते हैं।’’ यहां तिहाड़ जेल में बंद रहने के दौरान अपने साथ खड़े रहने वालों को धन्यवाद देते हुए कुमार ने कहा कि उन्हें भारत के संविधान और न्यायपालिका में भरोसा है।
इसके अलावा कन्हैया ने इस मामले में ये आरोप लगाया की JNU पर हमला नियोजित था और कहा की इस संघर्ष को तुम दबा नहीं पाओगे, तुम जितना दबाओगे, हम उतना खड़ा होंगे। हम एबीवीपी, आरएसएस और भाजपा के खिलाफ जमकर खड़े होंगे।
इस दौरान कन्हैया ने पीएम नरेन्द्र मोदी पर भी जमकर निशाना साधा और कहा की प्रधानमंत्री अपने मन की बात तो करते हैं लेकिन सुनते नही हैं उन्हें मन की बात करने के बजाय सुनना चाहिए।