गोपालगंज के व्यक्ति की पंजाब में टेम्पू एवं पिकअप की आमने सामने टक्कर में हुई मौत
कहते हैं अनहोनी कब कहां और किसके साथ हो जाए कोई नहीं जानता। ऐसी ही घटना गोपालगंज में कटेया के गौरा काशीराम टोला निवासी संजय तिवारी के साथ पंजाब के भटिंडा में घटी। वे परिवार की रोजी रोटी चलाने के लिए पंजाब के भटिंडा में एक निजी कंपनी में काम करते थे। शनिवार की रात टेंपो और पिकअप की आमने-सामने की टक्कर में संजय तिवारी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। रविवार की सुबह जब इस घटना की सूचना परिजनों को मिली तो घर में कोहराम मच गया। मृतक की मां और पत्नी सबिता देवी दहाड़ मार कर रोने लगे।
विदित हो कि संजय तिवारी चार भाइयों में सबसे बड़े थे। उनके भाइयों में बड़े होने के साथ-साथ परिवार की सारी जिम्मेदारी उन्हीं के कंधों पर थी। उनके पिता सुरेमन तिवारी की भी मौत दीवाल गिरने से पहले ही हो चुकी है। मृतक को दो नाबालिग बच्चियां हैं। सोमवार की सुबह संजय तिवारी का शव गांव पहुंचते हीं घर के साथ साथ गांव में भी सन्नाटा छा गया। मृतक की पत्नी अपने पति के शव के पास दहाड़ मार कर रोने लगी। रोते रोते वह बार-बार अचेत हो जा रही थी। होश में आने पर वह बार-बार अपने पति को ढूंढ रही थी। मृतक की दोनो नाबालिग बच्चियों की भी आंखें अपने पिता को ढूंढ रही है।