गोपालगंज के डीएवी स्कूल में इंडियन लाफिंग बुद्धा ने छोड़े हंसी के फब्बारे, लोट-पोट हो गई छात्राएं
गोपालगंज शहर के डीएवी बालिका विद्यालय में शनिवार को इंडियन लाफिंग बुद्धा ने हंसी का फब्बारा छोड़ा तो बच्चें लोट-पोट हो गये.वही शिक्षक और शिक्षिका भी जमकर ठहाके लगाएं.
बता दें कि गत कई माह से जिले के अलग-अलग जगहों तथा शहर के मिंज स्टेडियम में लोगों को हंसा-हंसा कर उनके तमाम रोगों से निजात दिला रहे बाबा नागेश्वर दास उर्फ़ इंडियन लाफिंग बुद्धा के एक-एक बात सुनकर बच्चों ने भी खूब ठहाके लगाये. स्कूल परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान लाफिंग बुद्धा ने कहा की स्वस्थ मन में स्वस्थ विचार और दिमाग दोनों बसता है,और स्वस्थ रहने के लिए हंसी सबसे जरुरी है.
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के सचिव जगदीश नारायण आर्य ने कहा की खुल कर हंसने से मनुष्य का रोम-रोम प्रसन्न हो जाता है. उन्होंने कहा कि ‘लॉफ्टर इज द बेस्ट मेडिसिन’ आपने पढ़ा ही है. यह बिल्कुल सही है, मनुष्य जब हंसता है, तो टेंशन फ्री हो जाता हैं. तब उसके चेहरे पर मुस्कान होती है. हल्की सी मुस्कराहट किसी की खूबसूरती में चार चांद लगा देती है. इसलिए हंसना हर लिहाज से जरूरी और फायदेमंद है.
छात्रों को ठहाके के फायदे बताते हुए बाबा नागेश्वर दास उर्फ़ इंडियन लाफिंग बुद्धा ने कहा कि जोर-जोर से हंसना अपने आप में सम्पूर्ण योग एवं व्यायाम हैं. यदि आपको योग और व्यायाम करने का समय नही मिल पाता है. तो आपको कम से कम 1घंटे रोज जोर-जोर से हंस लेना चाहिए. हंसने से शरीर की सभी नाड़ियां खुल जाती है. आयु बढ़ती है और कोई भी रोग शरीर के नजदीक नही आता. विद्यार्थियों को हंसने का अभ्यास करने से मन का डर और अवसाद दूर हो जाता है तथा उनकी स्मरण शक्ति मजबूत होती है. हंसने से रक्त प्रवाह सुचारू रूप से कार्य करता है और इंसान के अंदर सकारात्मक विचार उत्पन्न होते है. बाबा नागेश्वर दास उर्फ़ इंडियन लाफिंग बुद्धा ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज परिवार एवं समाज से हंसी गायब होती जा रही है. जिस वजह से लोग अवसाद से पीड़ित हो रहे हैं और परिवार बिखर रहा है.