कटेया प्रखंड पंचायत में पहली बार महिला सत्ता के अधीन होगा
कटेया प्रखंड के करकटहां पंचायत पहली बार महिला सत्ता के अधीन होगा। अब तक के हुए पंचायत चुनाव को अगर देखा जाये, तो पंचायत के दो गांव के प्रत्याशियों का ही मुखिया पद पर दबदबा रहा है। कोइरीगांवा एवं मिश्रौली गांव में ही अब तक मुखिया पद रहा है। आज पूरी पंचायत में यह चर्चा का विषय है कि क्या ये दोनों गांव इस बार भी सरकार बनाएंगे।
आपको बता दें कि 10 गांवों की इस पंचायत के पहले मुखिया कोइरीगांवा के अनूप भगत हुए। उनके बाद इसी गांव के तीर्थराज तिवारी कुछ समय के लिए पद को संभाला। हालांकि तीसरे चुनाव में मुखिया पद पर मिश्रौली के अक्षयवर मिश्र विजयी हुए और काफी समय तक पंचायत का प्रतिनिधित्व किया।
2001 में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में फिर मिश्रौली गांव निवासी पूर्व मुखिया अक्षयवर मिश्र के अनुज बैद्यनाथ मिश्र ने मुखिया पद पर कब्जा कर लिया, जो 2006 के चुनाव में भी बरकरार रहा। 2011 के चुनाव में उनके ही गांव के शंभु मिश्र ने बैद्यनाथ मिश्र को हरा कर गांव की सरकार बनाई। इस बार के चुनाव में इस पंचायत का मुखिया पद अनुसूचित महिला के लिए आरक्षित है।
यह पहली बार होगा कि आरक्षण के कारण पहली बार इस पंचायत में कोई महिला मुखिया पद को संभालेंगी। आरक्षण की इस व्यवस्था के कारण महिलाओं में काफी उत्साह दिख रहा है।