गोपालगंज में दिनदहाड़े जदयू नेता हत्याकांड में पुलिस कई जगहों पर कर रही है छापेमारी
गोपालगंज जिला के हथुआ प्रखंड की मटिहानी नैन पंचायत के मुखिया नीलम देवी के पति व जदयू के जिला उपाध्यक्ष उपेन्द्र सिंह की हत्याकांड में पुलिस टीम लगातार छापेमारी कर रही है। हत्याकांड में शामिल शूटरों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने यूपी के कई स्थानों पर छापेमारी की है। इसमें पुलिस टीम को कई सुराग भी हाथ लगे है। पुलिस का अंदेशा है कि हत्या के बाद शूटर यूपी के गोरखपुर में शरण लिए हुए है। इसके बाद टीम ने वहां कई ठिकानों पर छापे मार कर हत्यारों को दबोचने का प्रयास किया। हांलाकि पुलिस के आने की भनक हत्यारों को पहले ही लग गई। इसलिए वहां से भाग निकले।
वहीं पुलिस की दुसरी टीम सीवान, छपरा तथा जिले के संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। इसके पूर्व टीम ने आधा दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। आरोपित विशाल सिंह तथा करण सिंह की तलाश में पुलिस ने जाल बिछाया है। इन दोनों के करीबियों का मोबाइल सर्विलांस पर रखा गया गया। घटना के दिन पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों के मोबाइल का सीडीआर निकाला है जिससे कई जानकारियां मिली है। पुलिस हत्याकांड के तार के कई लोगों से जोड़ कर देख रही है। पुलिस का मानना है कि विशाल सिंह से पुरानी अदावत के साथ चुनावी रंजिश भी घटना का कारण हो सकता है। हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस टीम लगातार काम कर रही है लेकिन अब तक कोई खास सफलता नहीं मिली है।
गौरतलब है की शुक्रवार के दोपहर दिनदहाड़े मटिहानी माधो पंचायत के मुखिया पति को गोली मारकर किए गए हत्या मामले में मृतक के परिजनों ने पूर्व मुखिया अरुण सिंह एवं विशाल सिंह एवं करण सिंह व रामप्रवेश सिंह को नामजद करते हुए हथुआ थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया है। मृतक के बड़े भाई पुण्य देव सिंह के पुत्र बड़े लाल सिंह ने फर्द बयान में कहा है कि उनका छोटा भाई उपेंद्र सिंह गांव के हीरालाल राम के पुत्र संजय राम के साथ ब्लॉक से निकले थे कि पीछे से उनका चचेरा भाई छोटे लाल सिंह मोटरसाइकिल से पीछे पीछे चलने लगे जिन्होंने चश्मदीद गवाह के रूप में देखा कि बरवाकपरपुरा में काला रंग की पल्सर मोटरसाइकिल से जिगना गोपाल गांव के वीर सिंह उर्फ विशाल सिंह करण सिंह तथा पूर्व मुखिया अरुण सिंह पीछा करने लगे और पीछा करके उपेन्दर सिंह के मोटरसाइकिल को रोक लिए तथा तीनों ने बारी-बारी से गोली मारी जिससे वह घटनास्थल पर ही गिर गए तथा तीनों अपराधी हथियार लहराते हुए भाग खड़े हुए। फर्द बयान में मृतक के भाई प्रहलाद सिंह ने यह भी बताया है कि 2015 में चुनावी कारण से मुखिया पति पर गोली चलाई गई थी। जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हुए थे। घटना का कारण चुनावी रंजिश फर्द बयान में दर्शाया गया है।