गोपालगंज में भूमि विवाद में गोली लगने से घायल महिला की मौत के बाद ग्रामीणों का फूटा आक्रोश
गोपालगंज जिला के भोरे थाना क्षेत्र के भगवापुर गांव में भूमि विवाद को लेकर रविवार की रात हुई फायरिंग में गोली लगने से घायल महिला की मौत के बाद ग्रामीणों को आक्रोश फूट पड़ा। पोस्टमार्टम के बाद मृतका का शव गांव पहुंचने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को भोरे-मीरगंज पथ पर रख कर जाम कर दिया। इस दौरान सड़क पर आगजनी कर ग्रामीण जमकर बवाल करते रहे। इस बीच घटना के बाद भगवापुर गांव पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से खोखा बरामद किया है। पुलिस एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ कर रही है। महिला की मौत से गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस वहां कैंप कर रही है।
ग्रामीणों का कहना था कि घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस मुख्य आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। उनका कहना था कि जब तक पुलिस मुख्य आरोपित को गिरफ्तार नहीं करेगी। तब तक वे सड़क जाम नहीं हटाएंगे। सड़क जाम होने से भोरे-मीरगंज पथ पर वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। करीब पांच घंटों तक लोग जाम में फंसकर बिलबिलाते रहे। सड़क जाम की सूचना मिलने पर भोरे, श्रीपुर, विजयीपुर थाने की पुलिस व मीरगंज इंस्पेक्टर अरुण मालाकर हुस्सेपुर बाजार पहुंचे। पुलिस गुस्साए ग्रामीणों को काफी समझाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण पुलिस की एक भी सुनने को तैयार नहीं थे।
गौरतलब है कि रविवार की रात हथियार से लैस होकर करीब दो दर्जन बदमाश सत्येन्द्र राजभर के घर पहुंचे। इसके बाद उसके घर से दो युवकों को अगवा करने की कोशिश करने लगे। युवकों को अगवा करते देख सत्येन्द्र राजभर की पत्नी कृष्णावती देवी उन्हें बचाने गई तो बदमाशों ने उसे गोली मार दी। इससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गई। इलाज के लिए रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर देख बेहरत इलाज के लिए सदर अस्पताल में रेफर कर दिया। सदर अस्पताल में इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया।