आरबीआई जलाएगा 1000 रूपए के 30 करोड नोट !
आरबीआई ने 30 हजार करोड रूपए की वैल्यू के नोट गलत छाप दिए। गडबडी हजार रूपए के नोटों में हुई है। ऎसे 20 करोड नोट तो रिजर्व बैंक के पास हैं, लेकिन 10 करोड बाजार में हैं। होशंगाबाद और नासिक में कुछ कर्मचारियों के सस्पेंड होने के बाद यह मामला सामने आया। आरबीआई के मुताबिक, 1 हजार के 5 एजी और 3 एपी सीरीज के नोट सिल्वर सिक्युरिटी थ्रेड के बगैर छप गए। इनका करंसी पेपर पहले होशंगाबाद में सिक्युरिटी प्रिंटिंग और मिंटिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड से निकला। बाद में नासिक में आरबीआई प्रेस में पहुंचा। अब इन नोटों को वापस जमा कराया जा रहा है। रिजर्व बैंक के पास अब तक करीब 6 करोड नोट ही जमा हो सके हैं। आरबीआई और फाइनेंस मिनिस्ट्री ने इन नोटों को जलाने का फैसला किया है। नोट छापने का कागज एमपी के होशंगाबाद की सिक्युरिटी पेपर मिल में तैयार किया जाता है।
पिछले साल से यहां जर्मन ऑटोमैटिक मशीन पीएम-5 से कागज बनाया जा रहा है। इससे निकले कागज की क्वालिटी इम्पोर्ट किए गए पेपर से बेहतर होती है। इस मशीन के जरिए 1200 इम्प्लॉइज का काम सिर्फ 200 लोगों के जरिए हो रहा है। इस मशीन से निकले कागज में सिक्युरिटी थ्रेड लगाया जाता है। थ्रेड लगाने की दो मशीनें नासिक में भी हैं। शुरूआती गडबडी होशंगाबाद में हुई। इसका पता चलते ही पीएम-5 मशीन को एक हफ्ते के लिए बंद कर दिया गया। दो मैनजरों को सस्पेंड कर दिया गया। होशंगाबाद से यह कागज नासिक पहुंचा था। यहां 1000 रूपए के 30 करोड नोट छापे गए। रिजर्व बैंक ने एक तिहाई नोट सर्कुलेशन के लिए निकाल दिए, जबकि दो तिहाई अपने पास रखे। सूत्रों के मुताबिक, सबसे पहले पानीपत में इन नोटों की शिकायत सामने आई। लापरवाही के मामले में नासिक करेंसी नोट प्रेस के तीन इम्प्लॉइज को भी सोमवार को सस्पेंड किया गया। चार अन्य को नोटिस जारी किया गया।